Asim Munir: पड़ोसी मुल्क के लिए चुनौतियां कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। उनकी हालत आसमान से गिरे और खजूर में लटके जैसी हो गई है। अभी हाल ही में भारत ने पाकिस्तान को बुरी तरह हराया था कि अब तालिबानी हुकूमत पड़ोसी मुल्क के पीछे पड़ गई है। डूरंड रेखा पर अफगानिस्तान-पाकिस्तान के मध्य हुए संघर्ष के बाद फिर एक तालिबानी कमांडर ने सेना प्रमुख आसिम मुनीर को ललकारा है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से जुड़े कमांडर ने आसिम मुनीर को हथियार डालने या युद्ध मैदान में आमना-सामना करने की चुनौती दी है। इशारों-इशारों में ही टीटीपी कमांडर ने पाकिस्तानी हुक्मरानों को भी ललकारा है जिससे पीएम शहबाज शरीफ, ख्वाजा आसिफ और इशाक डार समेत तमाम हुक्मरान भयभीत हो रहे होंगे।
टीटीपी कमांडर की हुंकार से थर-थर कांप उठे सेना प्रमुख Asim Munir
पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर टीटीपी कमांडर की एक हुंकार से थर-थर कांप उठे हैं। तालिबानी कमांडर ने मुनीर को चुनौती देते हुए हथियार डालने या युद्ध के मैदान में सामना करने की चुनौती दी है। टीटीपी कमांडर ने दावा किया है कि जैसे 8 अक्टूबर को पाकिस्तान के कुर्रम जिले में हमला कर 22 पाकिस्तानी सेना के जवानों को मार गिराया था, वैसे ही आगे भी करेंगे। टीटीपी कमांडर की ये चुनौती मुल्ला मुनीर को डराने वाली है।
टीटीपी का साफ तौर पर कहना है कि पाकिस्तानी सेना या तो उनके समक्ष हथियार डाल दे या फिर जंग-ए-मैदान में उनका सामना करे। हालांकि, पाकिस्तान अभी बैकडोर से मामले को सुलझाने में जुटा है और किसी प्रकार के युद्ध में जाने से कतरा रहा है। इसके पीछे की वजह पाकिस्तान की दो-दो युद्ध में हुई करारी हार है जहां पहले भारत और फिर तालिबानी हुकूमत ने पड़ोसी मुल्क को युद्धभूमि में पटखनी दी थी। यही वजह है कि आसिम मुनीर टीटीपी की धमकियों को सुन कुछ प्रतिक्रिया देने से कतरा रहे हैं।
तालिबानियों की ललकार से भयभीत हुए पाकिस्तानी हुक्मरान!
हुक्मरानों की बात करें तो प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से लेकर ख्वाजा आसिफ, इशाक डार समेत अन्य तमाम शीर्ष नेताओं ने तालिबान मुद्दे पर चुप्पी साध रखी है। ख्वाजा आसिफ ने बस तालिबानी हमलों के बाद अफगानी शरणार्थियों को मुल्क से बाहर जाने की चेतावनी दी थी। शेष सभी हुक्मरान भयभीत अवस्था में मुक दर्शक बने तालिबानी हुकूमत के इशारों पर नाच रहे हैं। आलम ये है कि टीटीपी की ओर से आए दिन हुक्मरानों और सेना के नाम धमकियां आ रही हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि दो-दो युद्ध में मुंह की खा चुके पाकिस्तानी हुक्मरान कैसे चुनौतियों का सामना करते हैं।






