Mark Carney: डोनाल्ड ट्रंप के धुर-विरोधी व कड़े आलोचक मार्क कार्नी की दस्तक कनाडा के सत्ता में हो चुकी है। इसी के साथ चर्चाओं का एक नया दौर शुरू है। जस्टिन ट्रूडो के उत्तराधिकारी के रूप में Canada की सत्ता में आए मार्क कार्नी क्या समीकरण को बदलेंगे? क्या कनाडाई शासन को चलाने का फार्मूला बदलेगा? ये सारे सवाल हैं जिनका उत्तर मिलना बाकी है। सवाल ये भी है कि क्या Mark Carney अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रति अपना सख्त व आलोचनात्मक रवैया बरकरार रखेंगे? यदि ऐसा होता है तो निश्चित रूप से US-Canada Relations पर इसका असर पड़ सकता है। आर्थिक तंगी व भीतरखाने षडयंत्रों की मार झेल रहा कनाडा इसकी चपेट में आ सकता है। फिलवक्त हम आपको बताते हैं कि इन तमाम संभावनाओं के बाद समीकरण कैसे बदलने के आसार हैं।
क्या US-Canada Relations पर बढ़ जाएंगे संकट के बादल?
धुर-विरोधी व क्रिटिक भाव का नेता जब सत्ता के शीर्ष पर हो, तो विरोधियों के लिए समीकरण बदल जाते हैं। Canada में कुछ ऐसा ही हुआ है। जस्टिन ट्रूडो के जाने के बाद मार्क कार्नी ने सत्ता की गद्दी पर अपने पांव जमा लिए हैं। बड़ा सवाल है कि क्या US-Canada Relations पर भी इसका असर हो सकता है? बता दें कि Mark Carney, डोनाल्ड ट्रंप के बड़े आलोचक रहे हैं। Justin Trudeau के उस दौर को याद करिए जब अमेरिका-कनाडा के बीच खूब तनातनी बढ़ी थी। उस दौर में मार्क कार्नी ने Donald Trump की तुलना हैरी पॉटर के खलनायक लॉर्ड वोल्डेमॉर्ट से करते हुए उनका मजाक उड़ाया था।
नए-नवेले कनाडाई पीएम Mark Carney ने बीते शाम तल्ख अंदाज में अमेरिका को संदेश देते हुए कहा कि जब तक अमेरिकी हमें सम्मान नहीं देती, तब तक वे अमेरिकी आयातों पर टैरिफ यथावत जारी रहेगी। ऐसे में ये स्पष्ट है कि कार्नी कहीं से भी समझौते के मूड में नही हैं। इतना ही नहीं, यदि स्थिति ऐसी ही रही तो US-Canada Relations की ओर संकट के बादल बढ़ते नजर आ सकते हैं।
Mark Carney-Donald Trump के बीच तनातनी से उठे सवाल
अमेरिका पर विश्वास करने को कार्नी बिल्कुल भी तैयार नही हैं। Canada की सत्ता में आने के बाद उन्होंने Donald Trump के नेतृत्व वाली शासन को नया खतरा तक बता दिया है। Mark Carney का कहना है कि ट्रंप कनाडाई परिवारों, श्रमिकों और व्यवसायों पर हमला कर रहे हैं, और हम उन्हें सफल नहीं होने दे सकते। मार्क कार्नी का कहना है कि व्यापार से लेकर अंतर्राष्ट्रीय नितियों तक में हम डोनाल्ड ट्रंप के मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। कुलजमा बात ये है कि कनाडा की सियासत अब बदल गई है और बदले मंजर में दिलचस्पी और बढ़ गई है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि निकट भविष्य में US-Canada Relations पर क्या असर पड़ता है।