Kaushambi Viral Video: उत्तर प्रदेश के कौशांंबी से एक हौरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक हेडमास्टर स्कूल की नन्हीं बच्चियों को लैपटॉप पर गंदी वीडियोज दिखता था। इसके साथ ही उनके साथ अश्लील हरकत भी करता था। जब स्थानीय लोगों को इसकी खबर हुई तो उन्होंने मास्टर को पीट दिया और पुलिस के हवाले कर दिया। हेड मास्टर का नाम नंदलाल सिंह बताया जा रहा है। हेड मास्टर इस शर्मनाक घटना को विकास खंड सरसावा के उच्च प्राथमिक विद्यालय में अंजाम दे रहा था। मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र में इस घटना के खुलासे से सनसनी मच गई है। पुलिस अधिकारी के द्वारा इसकी जानकारी दी गई है। इस घटना से जुड़ा अब ये वीडियो Social Media पर वायरल हो रहा है।
स्कूली बच्चियों के साथ हेड मास्टर की अश्लील हरकत
इस Kaushambi Viral Video को Sachin Gupta नाम के यूजर ने एक्स पर पोस्ट किया है। इसके साथ ही मामले की जानकारी देते हुए लिखा है कि, “जिला कौशांबी के सरकारी स्कूल में हेडमास्टर नंदलाल सिंह सरकारी टैबलेट पर बच्चियों को अश्लील वीडियो दिखाकर गंदी हरकत करता था। पेरेंट्स ने हेडमास्टर को पीटा।
Watch Post
पुलिस ने FIR दर्ज कर नंदलाल सिंह को गिरफ्तार किया।” वीडियो में दिख रहा पुलिस अधिकारी घटना का खुलासा कर रहा है। जिसमें वो बता रहे हैं कि,हेडमास्टर स्कूल बच्ची के साथ अश्लील वीडियो दिखाकर गंदी हरकत कर रहा था। बच्चियां जब टीचर का विरोध करती थी तो वो उन्हें पीट देता था। इसी से तंग आकर उन्होंने अपने परिजनों को मास्टर की काली करतूत के बारे में बताया है।
Kaushambi Viral Video को देख भड़क उठे यूजर्स
मास्टर से जुड़ा ये कौशांबी वायरल वीडियो जब सोशल मीडिया यूजर्स ने देखा तो उनका गुस्सा फूट पड़ा। इस वीडियो पर 18000 से ज्यादा लाइक्स हैं। इसके साथ ही तमाम सारे यूजर्स की प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। एक यूजर लिखता है, “शिक्षक जैसी पवित्र भूमिका को इसने कलंकित किया। बच्चियों की सुरक्षा से खिलवाड़ करने वालों को कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए, माता-पिता और समाज को ऐसे मामलों में जागरूक और सजग रहना जरूरी है, यह घटना शिक्षा व्यवस्था में कड़े निगरानी तंत्र की आवश्यकता को दर्शाती है।” दूसरा लिखता है, “सरकारी स्कूल में हेडमास्टर द्वारा बच्चियों के साथ ऐसा घिनौना व्यवहार बेहद निंदनीय है। ऐसे शिक्षकों को सिर्फ सस्पेंड नहीं, कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए ताकि शिक्षा का मंदिर फिर कभी शर्मसार न हो।” तीसरा लिखता है, “बताओ अब बच्चिया स्कूल में भी सुरक्षित नहीं है जिसे विद्या का मंदिर कहा जाता है।”
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी सोशल मीडिया पर मौजूद वीडियो /पोस्ट पर आधारित है। डीएनपी इंडिया हिन्दी/लेखक किसी भी प्रकार के दावे और सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।