Monsoon Alert 22 July 2025: मानसूनी आफत का रौद्र रूप उनसे पूछिए जिन्होंने बिहार में बाढ़ की मार झेली हो। कुछ ऐसा ही मंजर एक बार फिर नजरों के सामने तैर रहा है। दरअसल, बिहार से सटे नेपाल के कई जनपदों में 22 जुलाई को भीषण बारिश की आशंका है जिससे गंडक, कोसी, बागमती समेत अन्य कुछ नदियों में उफान बढ़ सकता है। Monsoon Alert 22 July 2025 की रिपोर्ट के मुताबिक आगामी कल होने वाली भारी बारिश से यदि नदियों में उफान बढ़ा, तो बिहारवासियों के लिए ये काल बनेगा। इतना ही नहीं, मौसम विभाग ने यूपी-दिल्ली में भी तेज हवा और कड़कती बिजली के साथ बारिश के रूप में आसमानी आफत से हाहाकार मचने की आशंका व्यक्त की है। पहाड़ी राज्यों में सैर सपाटा के उद्देश्य से जाने वाले लोग पहले IMD रिपोर्ट चेक कर लें, फिर अपने कदम बढ़ाएं।
भारी बारिश से बिहार पर मंडराया बाढ़ का खतरा!
उफनती नदियां और पानी में समाते मकानों से जुड़ी तमाम तस्वीरें अब तक सोशल मीडिया के माध्यम से देखी जा चुकी हैं। ये सब कुछ भारी बारिश के बाद नदियों के जलस्तर बढ़ने से मंडरा रहे बाढ़ के खतरा का संकेत है। इसी बीच आगामी कल यानी 22 जुलाई को बिहार से सटे कई जनपदों में भारी बारिश की आशंका है। इतना ही नहीं, पटना, जहानाबाद, भोगलपुर व सीमांचल के साथ चंपारण के इलाकों में भी आगामी कल भीषण वर्षा की आशंका है। इससे कोसी, गंडक, बागमती, गंगा, सोनमती व अन्य कई सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है। ऐसी स्थिति में लोगों की चुनौतियां बढ़ सकती हैं और नदियों का उफान उनके लिए काल साबित हो सकता है।
UP-दिल्ली के साथ पहाड़ी राज्यों में हाहाकार की आशंका तेज!
भारी बारिश से आम जनजीवन कैसे अस्त-व्यस्त होता है इसकी न जाने कितनी बानगी हम देख चुके है। यही वजह है कि मानसूनी बारिश की शुरुआत के साथ लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है। IMD की मानें तो आगामी कल यूपी के पूर्वांचल और दिल्ली के कुछ इलाकों में कड़कती बिजली, तेज हवा और बारिश का समाहार भीषण हाहाकार का कारण बन सकता है। यूपी-दिल्ली से सटे उत्तराखंड के पहाड़ी इलाके चंपावत, बागेश्वर, उत्तरकाशी, देहरादून, रुद्रप्रयाग, गढ़वाल, टिहरी आदि में फिर भारी बारिश की आशंका व्यक्त की गई है। उत्तराखंड से इतर हिमाचल, पंजाब, कश्मीर और लद्दाख के तमाम शहरों में भी भारी बारिश की आशंका है। ऐसी स्थिति में भूस्खलन की संभावना बढ़ सकती है जिसकी चपेट में आने से लोगों का जीवन दाव पर लग सकता है।
उत्तर से इतर दक्षिण भारत की ओर बढ़ें, तो तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के तटीय इलाकों में भारी बारिश की आशंका व्यक्त की गई है। वहीं ओडिशा, झारखंड, बंगाल और सिक्किम में भी आसमानी आफत लोगों के लिए काल बन सकती है। महाराष्ट्र, गोवा, राजस्थान और गुजरात के साथ उत्तर पूर्वी राज्य असम, मणिपुर, अरुणांचल प्रदेश और मेघालय में भी भारी बारिश के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त नजर आ सकता है।