Auto Industry: भारत का आत्मनिर्भर बनने का सपना तेजी से अपनी रफ्तार पकड़ रहा है। इसी बीच देश के ऑटोमोबाइल उद्योग के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स यानी ट्विटर पर बीजेपी के आधिकारिक अकाउंट से बड़ी जानकारी साझा की गई है, जिससे वाहन सेक्टर का चेहरा खिल उठा है। बीजेपी अकाउंट के जरिए बताया गया है कि भारत तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल मार्केट बन गया है। भारत का ऑटो बूम रुकने वाला नहीं है!
Auto Industry: वाहन निर्माण में आया बड़ा उछाल
बीजेपी एक्स हैंडल पर दी गई जानकारी के मुताबिक, हमारा प्रोडक्शन 2 मिलियन से बढ़कर 28 मिलियन हो गया है। हमारा एक्सपोर्ट अप्रैल-सितंबर 2025 में ही 3.1 मिलियन से ज़्यादा हो गया है! यह आत्मनिर्भर भारत है, जो पूरी स्पीड से ग्लोबल मोबिलिटी को आगे बढ़ा रहा है! साल 1991-92 में वाहनों का निर्माण 2 मिलियन था। मगर 2023 से 24 दौरान यह आंकड़ा बढ़कर 28 मिलियन के करीब पहुंच गया। ऐसे में इसमें काफी बड़ा उछाल देखने को मिला। वहीं, अप्रैल से सितंबर 2025 के दौरान 3.143 मिलियन वाहनों का निर्यात किया गया।
ऑटो उद्योग में उछाल का बड़ा कारण घरेलू मांग और निर्यात में तेजी
जानकारी के मुताबिक, भारत अब जापान को पीछे छोड़कर दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार बन गया है। देश में मारुति सुजुकी, हुंडई, टाटा मोटर्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टोयोटा, किआ और कई अन्य वैश्विक ब्रांड मौजूद हैं, जो उत्पादन और बिक्री दोनों में काफी आगे हैं। इसके अलावा, भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा दोपहिया और तीन पहिया निर्माता है। पिछले कुछ सालों में ऑटोमोबाइल सेक्टर में घरेलू मांग और निर्यात में बड़ा उछाल देखने को मिला है। यही वजह है कि भारत अब दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा वाहन निर्माता बन गया है। इसका ताजा उदाहरण है पिछला फेस्टिव सीजन, भारतीय वाहन बाजार के लिए काफी बढ़िया साबित हुआ था।
नितिन गडकरी बोले- भारत अगले पांच सालों में एक्सपोर्ट में तेजी के साथ नंबर 1 बनने का लक्ष्य बना रहा
उधर, इंटरनेशनल वैल्यू समिट 2025 में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था, “भारत अगले पांच सालों में एक्सपोर्ट में तेजी से ग्रोथ, क्लीन मोबिलिटी पहलों और इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार के दम पर ग्लोबल ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग में नंबर 1 स्थान हासिल करने का लक्ष्य बना रहा है।” उन्होंने आगे कहा था, “सभी बड़े ग्लोबल ऑटोमोबाइल ब्रांड अब भारत में मौजूद हैं। उनका फोकस अब असेंबलिंग से हटकर भारत से दुनिया भर में गाड़ियां एक्सपोर्ट करने पर हो गया है।”






