Char Dham Yatra: ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट का काम तेजी से किया जा रहा है, इसी बीच रेलवे ने टनल नंबर 8 की सफलतापूर्वक ब्रेकिंग सेरेमनी की, बता दें कि यह भारत की सबसे बड़ी टनल है। मालूम हो भारतीय रेलवे द्वारा ऋषिकेश से कर्णप्रयाग के बीच रेल लाइन बिछाई जा रही है, जिसके बाद चार धाम यात्रा और आसान हो जाएगा, वहीं करीब 75 प्रतिशत का रास्ता टनल से होकर गुजरेगा, जिसकी पिछले दिन ही सफलतापूर्व ब्रेकिंग सेरेमनी हुई है। सबसे खास बात यह है कि इस रेलवे लाइन के बनते ही ऋषिकेश से कर्णप्रयाग की दूरी मात्र 2.5 घंटे की रह जाएगी, जिसमे अभी 7 से 8 घंटे लगते है।
ऋषिकेश से Char Dham Yatra करना हो जाएगा और आसान
मालूम हो कि मई में Char Dham Yatra यात्रा शुरूआत हो जाएगी। बता दें कि अन्य राज्य से आने वाले लोग अभी ऋषिकेश की उतरते है, उसके बाद बस लेकर वह आगे का रास्ता शुरू करते है, जिसमे काफी समय लगता है। वहीं इस रेल लिंक के बनते ही मात्र 2.5 घंटे में सफर पूरा हो सकेगा।
ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट की बात करें तो इसमे कुल 12 स्टेशन होंगे। अगर स्टेशन की बात करें तो ऋषिकेश, शिवपुरी, बाईसल, देवप्रयाग, धारीदेवी होते हुए कर्णप्रयाग तक जाएगी। जिसके बाद चार धाम पहुंचना और आसान हो जाएगा क्योंकि अभी कर्णप्रयाग तक पहुंचने के लिए अभी केवल सड़क मार्ग ही है, जिसके कारण कभी-कभी लंबा जाम लग जाता है।
ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट पर्यटन को मिलेगा जोरदार बढ़ावा
गौरतलब है कि ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेल लाइन प्रोजेक्ट से Char Dham Yatra की दूरी तो कम तो होगी ही, साथ ही पर्यटन को भी जबरदस्त बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। गौरतलब है कि साल के लगभग 6 महीने 4 धाम की यात्रा जारी रहती है, वहीं इसके बाद भी ऋषिकेश से बद्रीनाथ कर्णप्रयाग समेत कई जगहों से पहुंच और आसान हो जाएगी, वहीं आसपास रहने वाले लोगों के लिए रोजागर के अवसर पैदा होंगे, जिससे आर्थिक स्थिति भी मजबूत होने की उम्मीद है। जानकारी के मुताबिक इस रेल प्रोजेक्ट की शुरूआत साल 2026 के आखिरी तक हो सकती है।