Lucknow Kanpur Rapid Rail: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के तर्ज पर जल्द लखनऊ से कानपुर के बीच रैपिड रेल चलाने की योजना बनाई जा रही है, जिसके लेकर एलडीए यानि लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी ने एनओसी यानि नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट दे दिया है। यानि अब इस प्रोकेज्ट को जल्द आगे बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है। मालूम हो कि सड़क के माध्यम से लखनऊ-कानपुर जानें में करीब 2 घंटे का समय लगता, जाम लगने के बाद तो यह समय और बढ़ जाता है, लेकिन Lucknow Kanpur Rapid Rail शुरू होने के बाद दूरी कुछ मिनटों की रह जाएगी। साथ ही इससे रोजगार और रियलटी सेक्टर में जबरदस्त बढ़ोतरी की उम्मीद है। चलिए इस लेख के माध्यम से आपको बताते है इस प्रोजेक्ट के खासियत के बारे में।
Lucknow Kanpur Rapid Rail पर लगी मुहर!
बता दें कि लंबे समय से चर्चित Lucknow Kanpur Rapid Rail प्रोजेक्ट पर मुहर लग गई है, जिसकी जानकारी खुद माननीय मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश के सलाहकार, पूर्व ACS गृह, पर्यटन, सूचना विभाग और CEO UPEIDA, UPSHA ने दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि
“उत्तर प्रदेश के लिए परिवर्तनकारी कनेक्टिविटी कानपुर-लखनऊ रैपिड रेल पहल को मंजूरी मिल गई है। LkoDevAuthority ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) के प्रस्ताव को सशर्त मंजूरी दे दी है, जो अमौसी हवाई अड्डे को कानपुर में गंगा ब्रिज से जोड़ेगा। UPGovt के दूरदर्शी नेतृत्व द्वारा संभव बनाया गया तेज़, स्मार्ट और हरित यात्रा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम”।
रैपिड रेल चलने के बाद कानपुर लखनऊ का बदल जाएगा हुलिया
जानकारी के मुताबिक अगर इसके प्रस्तावित रूट की बात करें तो यह Lucknow Kanpur Rapid Rail चलने के बाद कई जगहों में जबरदस्त विकास होने की उम्मीद है। सबसे खास बात है कि यह लखनऊ एयरपोर्ट, कानपुर में गंगा ब्रिज होते हुए अपने गंंतव्य तक पहुंचेगी। बता दें कि अभी कानुपुर से लखनऊ जानें में करीब 2 घंटे का समय लगता है, साथ ही जाम से भी दो चार होना पड़ता है, तो वहीं इस रैपिड रेल के चलने के बाद दूरी केवल 40 से 45 मिनट की रह जाएगी। मालूम हो कि बड़ी संख्या में लोग कानपुर से लखनऊ काम के सिलसिले में आते जाते है।