Noida International Airport: भारत में एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनकर तैयार हो चुका है, हालांकि इसके संचालन में थोड़ी देरी आ रही है, लेकिन माना जा रहा है कि अगले 2 महीनों में आम यात्रियों के लिए इस एयरपोर्ट को खोल दिया जाएगा। मालूम हो कि Noida International Airport शुरू होने के बाद सबसे ज्यादा फायदा दिल्ली, एनसीआर और जेवर के आसापास के इलाकों को होगा, जिसे देखते हुए दिल्ली-एनसीआर से इस एयरपोर्ट के लिए डायरेक्ट कनेक्टिविटी बढ़ाई जा रही है। वहीं कनेक्टिविटी बेहतर बनाने के लिए दिल्ली से यमुना एक्सप्रेसवे के बीच सिक्स लेन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा, जो सीधा नोएडा इंटरनेशल एयरपोर्ट से जाकर जुडे़गा, इससे पहुंच तो आसान होगी ही, सााथ ही व्यापार क्षेत्र को भी जबरदस्त फायदा होने की उम्मीद है।
दिल्ली से Noida International Airport के बीच बनेगा 6 लेन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे
बताते चले कि नोएडा प्राधिकरण ने कालिंदी कुंज के पास ओखला बैराज से यमुना एक्सप्रेसवे के बीच एक सिक्स लेन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे बनाने की मंजूरी दे दी है, जो सीधा Noida International Airport तक जाएगा। अभी दिल्ली और फरीदाबाद आने के लिए लोगों को डीएनडी से कालिंदी कुंज को पार करके मीठापुर होते हुए फरीदाबाद पहुंचना होता है, जिसमे जाम के कारण काफी समय लग जाता है, वहीं ये नया 6 लेन एलिवेटेड एक्सप्रेसवे कालिंदी कुंज के पास ओखला बैराज से होकर सीधा यमुना एक्सप्रेसवे पर मिलेगा और सीधा एयरपोर्ट पहुंचेगा। जिससे दिल्ली में रह रहे लोगों की पहुंच एयरपोर्ट तक की हो जाएगी।
गाजियाबाद, नोएडा समेत इन शहरों को होगा जबरदस्त फायदा
बताते चले कि इस सिक्स लेन नए एलिवेटेड एक्सप्रेसवे बनने के बाद दिल्ली से Noida International Airport की दूरी कम होगी ही, साथ में गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा जाने वाले लोगों को काफी फायदा होगा, दरअसल अभी नोएडा या ग्रेटर नोए़डा से दिल्ली या फरीदाबाद जानें में पहले लोगों को घंटों जाम से जूझना होता है, उसके बाद पहले वह कालिंदी कुज आते है, और फिर वह फरीदाबाद या दिल्ली के अन्य जगहों पर जाते है, जिसमे उनका काफी समय बर्बाद होता है। इसके अलावा यह कॉरिडोर 37.2 किलोमीटर तक फैला होगा,
जिसमें 26.5 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड होगा तथा शेष 10.7 किलोमीटर हिस्सा जमीनी स्तर पर होगा। यानि जाम की पूरा झंझट खत्म हो जाएगा। वहीं इसके शुरू होने के बाद गाजियाबाद, नोएडा समेत कई शहरों को जबरदस्त फायदा होगा, इसके अलावा व्यापार के लिहाज से भी यह काफी महत्वपूर्ण होगा और इन जगहों से दिल्ली की दूरी बेहद कम हो जाएगी।