PM Modi: भारत के प्रधानमंत्री अपने 5 दिवसीय विदेश दौरे पर है, वहीं आज पीएम मोदी अफ्रीकी देश नामीबिया पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया है। इसके अलावा उन्होंने ब्रिक्स सम्मेलन में भी हिस्सा लिया, लेकिन जो चीज सबसे सोचने वाली बात है कि आखिर पीएम मोदी ने इन देशों को ही क्यों चुना, क्योंकि इनमे से कई ऐसे देश है, जहां कई सालों से कोई भारतीय प्रधानमंत्री नहीं गया था, तो हम आपको बता दें कि मुख्य उद्देश्य Rare Earth Mineral हासिल करना है। चीन के पास रेयर अर्थ मिनरल्स की भरपूर मात्रा है, लेकिन उसने इस पर पूरा कंट्रोल लगा रखा है। इससे भारत के इलेक्ट्रिक व्हिकल (ईवी) प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा है। यही वजह है कि भारत भी Rare Earth Mineral संपन्न देश बनने जा रहा है, जो आने वाले समय में चीन को कड़ी टक्कर देगा।
PM Modi की 5 देशों की यात्रा कैसे भारत को बनाएगी Rare Earth Mineral संपन्न देश
बताते चले कि PM Modi 5 देशों की विदेशी यात्रा पर निकले है, जिसमे घाना , त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील, नामीबिया शामिल है। सबसे पहले पीएम मोदी घाना पहुंचे, जहां उन्होंने एक अहम समझौता किया, जो कई देशों की नींद उड़ा सकता है, वह था Rare Earth Mineral का, जिसमें रेयर अर्थ मिनरल्स की माइनिंग से जुड़ा सबसे अहम करार हुआ है। पीएम मोदी और घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के बीच व्यापक बातचीत होने के बाद दोनों देशों ने कई समझौतों पर भी चर्चा की, इसके अलावा अर्जेंटीना भी रेयर अर्थ मिनरल्स वाला देश, जहां पीएम मोदी पहुंचे थे, यानि यह कहना गलत नहीं होगा कि आने वाले सालों में भारत रेयर अर्थ मिनरल्स संपन्न देश बन जाएगा, जो सीधा चीन को टक्कर देगा।
रेयर अर्थ मिनरल्स मामले में इंडिया चीन को अब देगा टक्कर
बता दें कि Rare Earth Mineral का सबसे बड़ा उत्पादक चीन ने अप्रैल महीने से इसके निर्यात पर रोक लगा दी थी, जिसके बाद कई देशों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, इसमे भारत भी शामिल है। बताते चले कि रेयर अर्थ एलिमेंट्स का इस्तेमाल मुख्य तौर पर इलेक्ट्रिक व्हीकल और प्रमुख ऑटो पार्ट्स को बनाने में किया जाता है। चीन द्वारा निर्यात पर रोक लगाने के बाद कई देशों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यही कारण है कि भारत और घाना के बीच रेयर अर्थ मिनरल्स कई अहम समझौते संपन्न हुए है। गौरतलब है कि PM Modi की अगुवाई में भारत लगाार नए आयाम को छू रहा है। वहीं माना जा रहा कि आने वाले समय में कई देश चीन पर रेयर अर्थ एलिमेंट्स पर प्रतिबंध लगा सकते है।