Schengen Visa: पढ़ाई, नौकरी के सिलसिले में हर साल बड़ी संख्या में लोग जर्मनी जाते है। बता दें कि जर्मनी में भारतीयों की एक बड़ी तादात रहती है, वहीं अब जर्मन सरकार ने Schengen Visa नियमों में बड़ा बदलाव किया है, जिससे वहां जाना अब मुश्किल हो सकता है। वहीं अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या अब भारतीयों को जर्मनी का वीजा नहीं मिलेगा। जानकारी के मुताबिक भारतीयों को बड़ा झटका देते हुए जर्मनी 1 जुलाई से अपनी अनौपचारिक वीज़ा अपील प्रक्रिया को समाप्त करने जा रहा है। चलिए आपको बताते है इससे जुड़ी सभी जरूरी जानकारी।
क्या भारतीयों को नहीं मिलेगा Schengen Visa?
उच्च शिक्षा, कुशल, नौरकरियां और पर्यटन के लिए बड़ी संख्या में भारतीय जर्मनी जानें के लिए Schengen Visa अप्लाई करते है, हालांकि अब 1 जुलाई से वीजा के नियमों में बड़ा बदलाव होने जा रहा है, जिससे सबसे बड़ा सवाल है कि क्या अब भारत के लोगों को जर्मनी का वीजा नहीं मिलेगा, तो हम आपको बता दें कि नए नियम के मुताबिक एक बार वीजा रिजेक्ट होने के बाद उसे अप्लाई नहीं किया जा सकेगा।
अगर आसान भाषा में कहे तो 1 जुलाई से जर्मनी अपनी अनौपचारिक वीजा अपील को समाप्त कर देगा, जिसे “Remonstration” के रूप में जाना जाता है। इसका फायदा यह होता था कि इस नियम के तहत अतिरिक्त दस्तावेज को दिखाकर उसे हासिल किया जा सकता था, लेकिन अब ऐसा होगा नहीं। यानि अब वीजा रिजेक्ट हो जाता है तो उसे नए सिरे से अप्लाई करना होगा, जिसमे और वक्त लगेगा।
नए नियम लागू होने के जर्मनी ने बता दिए फायदें
नए नियम को लेकर जर्मनी सरकार ने ऐसे कई फायदे गिना दिए है, उनके मुताबिक 2023 में एक पायलट प्रोजेक्ट को शुरू किया गया था। जर्मन विदेश कार्यालय ते अनुसार वीजा हासिल करने के इस ऑप्शन को हटने से कई फायदें होगें। जैसे अब अधिकारियों को रिजेक्ट हुए एप्लीकेशन को दुबाारा प्रोसेस करने की जरूरत नहीं होगी। आवेदक द्वारा नया एप्लीकेशन दाखिल करने होगा, इससे स्टाफ का समय बचेगा और वह आसानी से प्रक्रिया को फॉलो कर सकेंगे। हालांकि माना जा रहा है कि Schengen Visa में बदलाव से खासकर जर्मनी जाने वाले भारतीयों को परेशानी हो सकती है।