Shillong-Silchar Highway: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने बुधवार को शिलांग से सिलचर तक चार लेन वाले ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड हाई-स्पीड कॉरिडोर हाईवे के विकास, रखरखाव और प्रबंधन के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। माना जा रहा है कि इससे नॉर्थ ईस्ट के कई राज्यों को जबरदस्त फायदा मिलने की उम्मीद है।
प्रस्तावित ग्रीनफील्ड हाई-स्पीड कॉरिडोर गुवाहाटी से सिलचर तक जाने वाले यातायात के लिए सेवा स्तर में सुधार करेगा। गौरतलब है कि अन्य राज्यों से मणिपुर, मिजोरम जानें में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
केंद्र सरकार ने Shillong-Silchar Highway को दी मंजूरी
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा कि “मंत्रिमंडल ने हाइब्रिड एन्युटी मोड (एचएएम) पर मेघालय के मावलिंग्खुंग (शिलांग के पास) से असम के पंचग्राम (सिलचर के पास) तक 166.80 किलोमीटर (एनएच-6) 4-लेन ग्रीनफील्ड एक्सेस कंट्रोल्ड के विकास को मंजूरी दी है,
जिसकी कुल लागत 22,864 करोड़ रुपये है। इस कॉरिडोर के विकास से मुख्य भूमि और गुवाहाटी से त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर और असम के बराक घाटी क्षेत्र की कनेक्टिविटी में सुधार होगा और यात्रा की दूरी और समय में काफी कमी आएगी”।
नए हाईवे बनने के बाद नॉर्थ ईस्ट के कई राज्यों को होगा जबरदस्त फायदा
बता दें कि इस Shillong-Silchar Highway बनने के बाद यह गलियारा असम और मेघालय के बीच संपर्क में सुधार करेगा और मेघालय में उद्योगों के विकास सहित आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा, क्योंकि यह मेघालय के सीमेंट और कोयला उत्पादन क्षेत्रों से होकर गुजरता है। यह कॉरिडोर गुवाहाटी एयरपोर्ट, शिलांग एयरपोर्ट और से आने वाले राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों की जरूरतों को पूरा करेगा। इसके अलावा मिजोरम, मणिपुर में भी आवाजाही बेहद सरल हो जााएगी। इसके साथ ही व्यापार में भी जबरदस्त बढ़ोतरी की उम्मीद है, यानि यह साफ है कि लंबे वक्त से इंतजार कर रहे लोगों के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है।