Upper Ganga Canal Expressway: एक और खुशखबरी देवभूमि वासियों के दरवाजे पर दस्तक दे चुकी है। दरअसल, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे के अलावा एक और बड़ा प्रोजेक्ट उत्तराखंड की तस्वीर बदलने को बेताब है। इसे अपर गंगा कैनाल एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट के नाम से जाना जा रहा है। Delhi-NCR से देहरादून को जोड़ने वाला Upper Ganga Canal Expressway बेहतर कनेक्टिविटी के सात देवभूमि में पर्यटन को चार-चांद लगाएगा। 148 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेस-वे की लागत 8700 करोड़ रुपए होगा। इसका निर्माण नवंबर 2025 तक पूर्ण होने के आसार हैं।
उत्तराखंड की दशा-दिशा बदलेगा Upper Ganga Canal Expressway!
सड़कों का जाल बिछने से कनेक्टिविटी बेहतर होने के साथ संभावनाओं के तमाम द्वार खुल रहे हैं। इसी कड़ी में अब अपर गंगा कैनाल एक्सप्रेस-वे को लेकर तमाम तरह की कयासबाजी जारी है। दावा किया जा रहा है कि ग्रेटर नोएडा से शुरू होने वाला ये एक्सप्रेस-वे पश्चिमी यूपी के साथ देवभूमि का दशा-दिशा भी बदल सकता है। Upper Ganga Canal Expressway की मदद से नोएडा, गाजियाबाद ही नहीं, बल्कि मेरठ, मुजफ्फरनगर, देवबंद, अलीगढ़, मथुरा आदि जैसे पश्चिमी यूपी के जिले देहरादून से जुड़ जाएंगे। ऐसी स्थिति में पश्चिमी यूपी से उत्तराखंड पहुंचना बेहद आसान हो जाएगा। खूबसूरत नजारों पर आंख गड़ाए रखने वाले पर्यटक अपर गंगा कैनाल एक्सप्रेस-वे का काम पूरा होने के बाद कुछ ही घंटे में देहरादून की वादियों तक पहुंच सकेंगे। इससे पर्यटन को रफ्तार मिलेगी और साथ ही Delhi-NCR से देवभूमि की कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
संभावनाओं के कई नए द्वार खोलेगा अपर गंगा कैनाल एक्सप्रेस-वे खोलेगा
गौरतलब है कि जब कनेक्टिविटी को रफ्तार मिलेगी, तब अप्रत्यक्ष रूप से संभावनाओं को कई नए द्वार खुलेंगे। ग्रेटर नोएडा से शुरू होने वाला Upper Ganga Canal Expressway सनौता, गाजियाबाद, मेरठ, मुजफ्फरनगर, पुरकाजी होते हुए देहरादून तक पहुंचेगा। इस दौरान ग्रेटर नोएडा से देहरादून तक बुनियादी ढ़ांचे का विकास हो सकेगा। एक्सप्रेस-वे के किनारे तमाम शैक्षणिक संस्थान खोलने के अवसर मिलेंगे। वहीं अस्पताल, रेस्तरा, रिहायशी सोसायटी आदि का निर्माण कर भी अवसर बनाए जा सकते हैं। कुलजमा बात ये है कि अपर गंगा कैनाल एक्सप्रेस-वे उत्तराखंड के साथ पश्चिमी यूपी के लोगों के लिए मौका ही मौका उपलब्ध कराएगा, जिसका लाभ उठाकर लोग आय के श्रोत बढ़ा सकते हैं।