Wholesale Inflation: लोगों की जेब पर असर डालने वाली एक प्रमुख खबर सामने आ गई है। ये खबर जुड़ी है हॉलसेल इनफ्लेशन से। दरअसल, सरकार की ओर से आज फरवरी 2025 के थोक महंगाई दर (WPI) क आंकड़े जारी कर दिए गए हैं। नए थोक महंगाई दर पिछले माह की तुलना में ज्यादा हैं जिससे स्पष्ट है कि मार्केट में महंगाई का तड़का लगा है। दावा किया जा रहा है कि Wholesale Inflation का बढ़ना खाने-पीने की चीजों और अन्य मैन्युफैक्चर्ड उत्पादों के दामों में इजाफा होने की वजह से है। इसका असर आम जनता की जेब पर पड़ा है और उन्हें पहले की मुकाबले ज्यादा व्यय करने पड़े हैं।
नागरिकों के जेब पर असर डालेगा Wholesale Inflation
समाचार एजेंसी एएनआई के आधिकारिक एक्स हैंडल से हॉलसेल इनफ्लेशन से जुड़े सारे आंकड़े जारी किए गए हैं। इसमें दिसंबर 2024, जनवरी 2025 और फरवरी 2025 की महंगाई दर स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। आंकड़ों के मुताबिक फरवरी 2025 में थोक महंगाई दर 2.38 फीसदी रही है, जो कि जनवरी माह में 2.31 फीसदी थी। ऐसे में आंकड़े Wholesale Inflation में वृद्धि की पुष्टि करते हैं। हालांकि, आंकड़ों से इतर कुछ अन्य पहलुओं को देखेंगे तो माजरा बदला नजर आएगा। खाने-पीने की चीजों की थोक महंगाई दर 7.47 फीसदी से घटकर 5.94 फीसदी पर आ गई है। इससे ये स्पष्ट है कि महंगाई की रफ्तार पहले के मुकाबले धीमी है।
जनता को कहां मिली राहत?
ईंधन और बिजली की कीमत कम होने से जनता को यहां राहत मिली है। जहां जनवरी में ईंधन और बिजली के दाम में 2.78 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थी। वहीं फरवरी में इसकी कीमत 0.71 फीसदी गिरी है। इसका आशय स्पष्ट है कि आम लोगों के लिए परिवहन सेवा में इस्तेमाल होने वाले पेट्रोल-डीजल के दाम कम हुए हैं। इसका असर भी बाजार पर पड़ेगा और ट्रांसपोर्टेशन समेत अन्य कई चीजें सस्ती हो सकती हैं। इससे लोगों की जेब नहीं ढ़ीली होगा और उनकी बचत हो सकेगी। उस बचे रकम को मार्केट में निवेश कर लोग अपनी आय बढ़ा सकते हैं।