Petrol-Diesel Price: एक ओर स्टॉक मार्केट में आया भूचाल लोगों के लिए आफत बना हुआ है। वहीं दूसरी ओर भारत सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ा दी है। बड़ा सवाल है कि क्या केन्द्र सरकार के इस कदम का असर जनता की जेब पर पड़ेगा? ऐसा इसलिए पूछा जा रहा है क्योंकि Petrol-Diesel पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाने के बाद आम तौर पर ईंधन की कीमत बढ़ जाती है। ऐसे में सवाल है कि क्या पेट्रोल-डीजल प्राइस बढ़ेगा? तो आइए आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं। साथ ही ये भी बताते हैं कि Petrol-Diesel Price हाइक को लेकर सुर्खियां क्यों बन रही हैं और कच्चे तेल की कीमत में रिकॉर्ड गिरावट के बीच सरकार ने ये कदम क्यों उठाया है।
क्या एक्साइज ड्यूटी में हुआ इजाफा Petrol-Diesel Price को करेगा प्रभावित?
इसको लेकर केन्द्र की ओर से एक खास स्पष्टीकरण जारी किया गया है। सरकार ने Excise Duty में इजाफा करने के बाद बताया है कि पेट्रोल-डीजल प्राइस नहीं बढ़ेगा। इस बढ़ी एक्साइज ड्यूटी को कच्चे तेल की कम होती कीमतों में एडजस्ट किया जाएगा। ऐसे में ये स्पष्ट है कि 2 रुपए प्रति लीटर के हिसाब से बढ़ी एक्साइज ड्यूटी का असर Petrol-Diesel Price पर नहीं पड़ने वाला है और जनता को इसके लिए अतिरिक्त देनदारी नहीं देनी होगी। सनद रहे कि भारत में बेस प्राइस, भाड़ा, एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और VAT को जोड़कर पेट्रोल-डीजल की कीमत तय की जाती है।
कच्चे तेल की कीमत में रिकॉर्ड गिरावट से पेट्रोल-डीजल प्राइस घटने के आसार!
आंकड़ों को देखें तो गुणा-गणित स्पष्ट रूप से समझ में आएगा। 2021 के बाद से कच्चा तेल रिकॉर्ड गिरावट के बाद सबसे कम पर है। 7 अप्रैल को इंटरनेशनल मार्केट में बेंट क्रूड ऑयल 64.05 डॉलर प्रति बैरल, तो वहीं WTI क्रूड 60.57 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। ऐसे में जब कच्चा तेल 65 डॉलर प्रति बैरल के भी नीचे है, तो ऐसी स्थिति में एक्साइज ड्यूटी बढ़ाना कई सवालों को जन्म देता है। दावा किया जा रहा है कि एक ओर जहां स्चॉक मार्केट में भूचाल मचा है और निवेशकों के पैसे डूब रहे हैं, वहीं दूसरी ओर लोगों को निकट भविष्य में Petrol-Diesel Price कम होती नजर आ सकती है। ऐसी स्थिति में उपभोक्ताओं को राहत मिल सकता है। हालांकि, ये कब होगा इसके लिए सरकार के फैसले पर नजर जमाने की जरूरत है।