Bengal Teacher Recruitment Scam: तमाम राजनीतिक दलों और स्थानीय लोगों के निशाने पर आ चुकी ममता बनर्जी सरकार को आंशिक राहत मिली है। बंगाल टीचर रिक्रूटमेंट स्कैम में निशाना पर आई ममता बनर्जी की सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ी राहत दी है। SC ने हाईकोर्ट के फैसले को खारिज करते हुए कहा है कि शिक्षकों और स्कूल कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त पद बनाने के मामले की सीबीआई जांच नहीं होगी। Bengal Teacher Recruitment Scam को लेकर घिरी ममता सरकार के लिए सुप्रीम कोर्ट का ये फैसला बड़ी राहत है। जस्टिस संजीव खन्ना वाली बेंच ने 2022 में अतिरिक्त पद निकालने के मामले में राज्य सरकार को राहत देते हुए सीबीआई जांच को गैरजरूरी बताया है।
ममता सरकार को Bengal Teacher Recruitment Scam में आंशिक राहत!
आंशिक राहत की बात इसलिए कही जा रही है क्योंकि करीब 25000 शिक्षक भर्ती घोटाला मामले की सीबीआई जांच जारी रहेगी। वहीं शिक्षकों और स्कूल कर्मचारियों के लिए अतिरिक्त पद बनाने के मामले की सीबीआई जांच नहीं होगी। ये फैसले सुप्रीम कोर्ट की ओर से जारी किया है। बंगाल टीचर रिक्रूटमेंट स्कैम को लेकर फंसी ममता सरकार के लिए इस आंशिक राहत को वरदान माना जा रहा है। एक ओर SC ने बीते दिनों Bengal Teacher Recruitment Scam पर मोहर लगाते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले पर सहमति व्यक्त कर दी थी। इस एक फैसले से हजारों शिक्षकों की भर्ती रद्द हो गई थी और अभ्यर्थी सड़क पर आकर प्रदर्शन को मजबूर नजर आए।
प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को मिला सीएम Mamata Banerjee का साथ
भले ही बंगाल शिक्षक भर्ती 2016 रद्द कर दी गई है, लेकिन ममता बनर्जी अभी पिछे हटने का नाम नहीं ले रही हैं। ममता बनर्जी ने नौकरी गंवाने वाले शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों को आश्वासन दिया है कि उनके जीते जी किसी भी योग्य उम्मीदवार की नौकरी नहीं जाएगी। ये बात स्वयं मुख्यमंत्री Mamata Banerjee ने ही कही है। Bengal Teacher Recruitment Scam को लेकर लगातार घिरती नजर आ रहीं सीएम ममता ने कहा है कि आवश्यकता पड़ी तो सरकार दो महीने के भीतर वैकल्पिक व्यवस्था करेगी। तब तक शिक्षक चाहें तो स्वेच्छा से स्कूलों में पढ़ाना जारी रख सकते हैं। ये बंगाल सीएम के बोल हैं। ऐसे में ये स्पष्ट है कि कलकत्ता हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी भले ही बंगाल टीचर रिक्रूटमेंट स्कैम पर मोहल लगा दिया है, लेकिन बंगाल सीएम अपनी बातों पर अडिग हैं और लड़ाई जारी रखने की बात कह रही हैं।