Mamata Banerjee: एक फैसले ने कैसे हजारों शिक्षकों को सड़क पर ला खड़ा कर दिया है इसका उदाहरण पश्चिम बंगाल से आ रही तस्वीरे हैं। बंगाल स्कूल सेवा आयोग द्वारा 2016 में की गई भर्ती धांधली की भेंट चढ़ गई है। इस पर सुप्रीम कोर्च की मोहर भी लग गई है और 25753 टीचर्स व अन्य कर्मचारी अवैध करार दिए गए हैं। इसका असर ये है कि सभी कर्मचारी सड़कों पर हैं। खबर है कि बंगाल सीएम ममता बनर्जी आज प्रदर्शनकारी कर्मचारियों से मिलेंगी। ऐसे में एक प्रदर्शनकारी शिक्षिका यास्मीन परवीन को Mamata Banerjee से ढ़ेर सारी उम्मीदे हैं। टीचर यास्मीन का कहना है किह में सीएम से उम्मीदें हैं और हमें अपनी नौकरी वापस चाहिए। ऐसे ही अन्य कई कर्मचारी अपनी पीड़ा कहते हुए Bengal Job Scam पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
Bengal Job Scam की भेंट चढ़ीं यास्मीन को Mamata Banerjee से क्या है उम्मीदें?
टीचर यास्मिन कहती हैं कि “हमें सीएम ममता बनर्जी से उम्मीदें हैं। हमने नौकरी पाने के लिए सभी प्रक्रियाएं पूरी की हैं। 7 साल तक नौकरी करने के बाद, अब हम बेरोजगार हैं। हमें अपनी नौकरी वापस चाहिए।”
एक अन्य शिक्षिका का कहना है कि “हमें उम्मीद है कि Mamata Banerjee लगभग 19000 बेदाग लोगों के दर्द को समझेंगी। हम हाईकोर्ट में हार गए, लेकिन इस उम्मीद के साथ सुप्रीम कोर्ट गए कि हम जीतेंगे, लेकिन दुख की बात है कि फैसला हमारे पक्ष में नहीं आया। हम इस घोटाले में फंस गए हैं, और हम ही इसके लिए जिम्मेदार हैं। हम दोबारा परीक्षा नहीं देंगे, और हम क्यों दें?” बता दें कि कोलकाता की सड़कों पर हजारों प्रदर्शनकारी उतरे हैं। ये सभी 2016 में बंगाल SSC द्वारा की गई उस भर्ती का हिस्सा थे जिसे कलकत्ता हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी रद्द करने का फैसला दिया है।
ममता बनर्जी के शासनकाल पर धब्बा बना ‘भर्ती घोटाला’ मामला
अतीत के पन्ने पलाटिए और कलकत्ता हाईकोर्ट के उस फैसले को पढ़िए जिसमें 2016 में SSC की ओर से आयोजित भर्ती परीक्षा को अनियमित करार दिया गया। 25753 अभ्यर्थियों की नियुक्ति से जुड़े इस प्रकरण में बड़े पैमाने पर धांधली के आरोप लगे। इसे Mamata Banerjee से शासनकाल पर धब्बा माना गया। Bengal Job Scam को लेकर याचिकाएं कलकत्ता हाईकोर्ट में दाखिल की गईं जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने भर्ती को रद्द करने का फैसला सुनाया था। इसके बाद कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा। बीते गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए फैसले के बाद अभ्यर्थी सड़क पर हैं और सीएम ममता बनर्जी से न्याय की गुहार लगा रहे हैं।