Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में राजनीतिक सरगर्मी चरम पर है। बिहार में किसकी सरकार बनेगी इसको लेकर चर्चाएं तेज हैं। 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान होगा। उम्मीदवारों के नामांकन की प्रक्रिया अब समाप्त हो चुकी है। पहले चरण के लिए 121 विधानसभा क्षेत्रों में 6 नवंबर को मतदान होगा। शेष 122 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए 11 नवंबर को वोटिंग होगा। इन सबके बीच मतदान से पहले महागठबंधन को बड़ा झटका लगा है। इंडिया अलायंस ने वोटिंग से पहले ही अब सुगौली सीट गंवा दी है। ‘सन ऑफ मल्लाह’ मुकेश सहनी ने शशि भूषण सिंह को यहां से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वह अपना नामांकन फॉर्म सही से दाखिल नहीं कर पाएं और अब उनका नामांकन रद्द कर दिया गया है। विकासशील इंसान पार्टी महागठबंधन में प्रमुख घटक दल है।
Bihar Assembly Election 2025: मतदान से पहले ही महागठबंधन की पहली हार!
दरअसल महागठबंधन ने मतदान से पहले ही सुगौली विधानसभा सीट गंवा दी है। यह सीट महागठबंधन के घटक विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के खाते में गई। मुकेश सहनी ने इस सीट से शशि भूषण सिंह को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वे अपना नामांकन पत्र ठीक से दाखिल नहीं कर पाए। अब उनका नामांकन रद्द होने से महागठबंधन में टेंशन बढ़ गया है। इसके अलावा इसी सीट से राजद के एक बागी उम्मीदवार ओम प्रकाश चौधरी ने भी अपना नामांकन दाखिल किया था। उनका नामांकन भी रद्द कर दिया गया है। उन पर अपने नामांकन पत्र के कई पन्ने खाली छोड़ने का आरोप है। इसके बाद अब यहाँ चुनावी जंग मुख्य रूप से दो नेताओं के बीच है। जन सुराज पार्टी के अजय झा और एनडीए समर्थित रामविलास लोजपा के उम्मीदवार राजेश कुमार उर्फ बबलू गुप्ता में मुकाबला देखने को मिलेगा।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025: इन वजहों से इंडिया अलायंस पर टूटा दुख का पहाड़
मालूम हो कि राजद उम्मीदवार शशि भूषण सिंह ने 2025 के विधानसभा चुनाव में वीआईपी के सिंबल पर सुगौली सीट से अपना नामांकन दाखिल किया। वीआईपी इस चुनाव में इंडिया गठबंधन का हिस्सा है। पिछले 2020 के चुनाव में शशि भूषण सिंह ने राजद के सिंबल पर 65267 वोट हासिल कर वीआईपी पार्टी के रामचंद्र सहनी को 3447 वोटों से हराया था। इस चुनाव में सुगौली सीट महागठबंधन में वीआईपी के खाते में गई। जिसके बाद शशि भूषण सिंह मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी के उम्मीदवार बन गए।
लेकिन अब तमाम राजनीतिक दांवपेंच के बीच शशि भूषण सिंह ने अपने और महागठबंधन के सपनों को मतदान से पहले ही चकनाचूर कर दिया है। बता दें कि वीआईपी एक क्षेत्रीय दल के रूप में चुनाव आयोग में पंजीकृत है। विकासशील इंसान पार्टी वर्तमान में निबंधित पार्टी नहीं है। इसलिए ऐसी पार्टी के उम्मीदवार को नामांकन के समय दस प्रस्तावकों के साथ आना अनिवार्य है। शशि भूषण सिंह ने राजद के बारे में सोचकर एक प्रस्तावक के साथ नामांकन पत्र दाखिल किया। अब जाँच के बाद उनका नामांकन इस आधार पर खारिज कर दिया गया है कि आवश्यक संख्या में प्रस्तावक पर्याप्त नहीं थे। जिसके बाद महागठबंधन पर अब दुख के बादल छा गए हैं।