Tej Pratap Yadav: पर्दे के पीछे छिड़ा घमासान अब खुल कर सामने आ गया है। यहां बात बिहार पॉलिटिक्स में RJD खेमे में छिड़ी जंग के संदर्भ में हो रही है। दरअसल, अब बगावती रुख अपना चुके तेज प्रताप यादव खुलकर अपने भाई तेजस्वी को चुनौती दे रहे हैं। राजद विधायक भाई विरेन्द्र और पंचायत सचिव से जुड़े प्रकरण में कार्रवाई की मांग करते हुए Tej Pratap Yadav ने ऐसी बात कही है, जो पार्टी के भीतर तनाव के माहौल को तेज करती नजर आ रही है। पार्टी से निष्कासित चल रहे तेज प्रताप का पहले झंडा बदलना, फिर टोपी बदलना और अब राजद विधायक के खिलाफ खुलकर निशाना साधना उनके बगावती अवतार को दिखाता है। अब ये स्पष्ट है कि यदि लालू यादव बीच-बचाव कर डैमेज कंट्रोल का जिम्मा नहीं संभालेंगे, तो राजद में तनाव की आशंका और तेज हो सकती है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी को Tej Pratap Yadav की खुली चुनौती!
सांकेतिक तौर पर ही सही, लेकिन तेज प्रताप यादव ने दर्शा दिया है कि वे तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाली RJD से संतुष्ट नहीं है। इसी फेहरिस्त में उन्होंने भाई तेजस्वी को इशारों-इशारों में खुली चुनौती दे दी है।
तेज प्रताप के एक्स हैंडल से पोस्ट साझा कर लिखा गया है कि “क्या RJD अपने विधायक भाई वीरेंद्र पर भी कार्रवाई करेगी, जिन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर के आदर्शों के उल्ट SC-ST समाज के खिलाफ शर्मनाक टिप्पणी की, जान से मारने की धमकी दी। मुझे तो जयचंदों की साज़िश के तहत पार्टी से बाहर कर दिया गया। अब देखना है कि बवाल करने वालों पर भी पार्टी उतनी ही सख्ती दिखाएगी या नहीं? संविधान का सम्मान भाषणों में नहीं, आचरण में दिखना चाहिए।” Tej Pratap Yadav की ये बातें पार्टी की कमान संभाल रहे तेजस्वी यादव के लिए खुली चुनौती के समान हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि आगे वो क्या स्टैंड लेते हैं।
पहले ही झंडा और टोपी बदलकर बगावत का ऐलान कर चुके हैं तेज प्रताप यादव!
गौरतलब है कि लालू यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव पहले ही अपनी टीम बनाकर बगावत का ऐलान कर चुके हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि वे महुआ विधानसभा सीट से ही चुनाव लड़ेंगे, चाहें उनके सामने कोई भी आ जाए। अनुष्का यादव प्रकरण के बाद राजद से निष्कासित हो चुके Tej Pratap Yadav ने बगावती सुर अपनाते हुए पहले गाड़ी पर लगा पार्टी का झंडा बदला और फिर हरी टोपी के बजाय पीले रंग की टोपी पहन क्षेत्र में उतर गए हैं। इतना ही नहीं, तेज प्रताप यादव सार्वजनिक तौर पर राजद के नए प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल और पार्टी के कई नेताओं की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं। ये सारे घटनाक्रम दिखाते हैं कि RJD में तनाव का दौर और तेज प्रताप, तेजस्वी के बीच दूरियां तेजी से बढ़ रही हैं जिसका परिणाम पार्टी के लिए नुकसानदायक हो सकता है।