Sonia Gandhi: बजट सेशन 2025 की शुरुआत के साथ हुए संयुक्त सत्र के बाद सोनिया गांधी ने कहा है कि “राष्ट्रपति मुश्किल से बोल पा रही थीं बेचारी।” सोनिया गांधी द्वारा Budget Session की शुरुआत के साथ राष्ट्रपति Droupadi Murmu को लेकर की गई इस टिप्पणी से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा का कहना है कि “हम सोनिया गांधी द्वारा बेचारी वाक्यांश के उपयोग की कड़ी निंदा करते हैं। ऐसे शब्दों का जान-बूझकर उपयोग अभिजात्य, गरीब-विरोधी और आदिवासी-विरोधी प्रकृति को दर्शाता है।” कांग्रेस नेत्री Sonia Gandhi के इस एक बयान से सियासी जंग भी छिड़ गई है और वार-पलटवार का दौर जारी है।
Budget Session 2025 राष्ट्रपति Droupadi Murmu के संबोधन पर Sonia Gandhi का पक्ष
सोनिया गांधी ने आज सदन परिसर में कहा कि “राष्ट्रपति अंत तक बहुत थक गई थीं। वह मुश्किल से बोल पा रही थीं, बेचारी।” बजट सेशन 2025 में संयुक्त सत्र संबोधन के दौरान प्रेसिडेंट Droupadi Murmu के लिए ‘बेचारी’ शब्द का इस्तेमाल कर वो घिरती नजर आ रही हैं। दरअसल, Sonia Gandhi और राहुल गांधी की मानें तो राष्ट्रपति पुरानी चीजों को ही रिपीट कर रही थीं। यही वजह है कि कांग्रेस नेत्री ने उनके लिए पूअर लेडी/बेचारी शब्द का जिक्र किया।
Congress नेत्री सोनिया गांधी पर बरसे BJP के कई नेता
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस नेत्री के बयान की आलोचना की है। उनका कहना है कि “मैं और प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता सोनिया गांधी द्वारा भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए ”बेचारी” वाक्यांश के इस्तेमाल की निंदा करते हैं। ऐसे शब्दों का जानबूझकर इस्तेमाल अभिजात्य विरोधी को दर्शाता है। कांग्रेस पार्टी की घटिया और आदिवासी विरोधी प्रकृति को देखते हुए मैं मांग करता हूं कि वे राष्ट्रपति और भारत के आदिवासी समुदायों से बिना शर्त माफी मांगे।”
मंत्री किरन रिजिजू का कहना है कि “मैं Sonia Gandhi और अन्य विपक्षी नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियों की निंदा करता हूं। हमारी राष्ट्रपति एक आदिवासी महिला हैं, कमजोर नहीं हैं। द्रौपदी मुर्मू ने देश और समाज के लिए बड़े पैमाने पर काम किया है और उन्होंने जिस तरह का काम किया है उसकी वे कल्पना भी नहीं कर सकते। उन्हें माफी मांगनी चाहिए।”
संबित पात्रा का कहना है कि “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस नेता Sonia Gandhi ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर इतनी अनुचित टिप्पणी की है। राष्ट्रपति कभी भी ‘बेचारी’ नहीं हो सकतीं। वह जिस पद पर हैं और जहां से आती हैं, वह कभी भी ‘बेचारी’ नहीं हो सकतीं। कुछ भी हो, देश में राहुल गांधी ही एकमात्र ‘बेचारे’ हैं।”