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Chhattisgarh Encounter: नक्सलियों के खिलाफ सेना का ताबड़तोड़ एक्शन, 16 से अधिक नक्सली ढेर, 1 जवान भी शहीद; जानें पूरी डिटेल

Chhattisgarh Encounter: बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा पर जंगल में सेना और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 18 नक्सली मारे गए।

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Chhattisgarh Encounter
फाइल फोटो प्रतीकात्मक

Chhattisgarh Encounter: नक्सलियों के खिलाफ सेना का ताबड़तोड़ एक्शन जारी है। इसी बीच सुरक्षाबलों को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा पर जंगल में हुई मुठभेड़ में 18 नक्सली मारे गए। इसके साथ ही एक सुरक्षाबल के भी शहीद होने की खबर है। गौरतलब है कि इससे पहले भी सेना द्वारा बड़ी संख्या में नक्सलियों पर कार्रवाई की गई है। वहीं अभी भी इलाके में सर्च अभियान जारी है। वहीं Chhattisgarh Encounter में पुलिस को बड़ी संख्या में हथियार भी बरामद हुए है।

नक्सलियों के खिलाफ सेना का ताबड़तोड़ एक्शन

आईएएनस की एक रिपोर्ट के मुताबिक “छत्तीसगढ़ के बीजापुर और दंतेवाड़ा के सीमावर्ती वन क्षेत्र में संयुक्त टीम ने माओवादियों के खिलाफ अभियान चलाया। अभियान के दौरान माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई,

जो अभी भी जारी है। इलाके में तलाशी अभियान जारी है, और आगे की जानकारी अलग से दी जाएगी”। इसके अलावा कांकेर जिले में एक अलग अभियान में छोटे बेठिया के कोरोस्कोडो गांव के पास मुठभेड़ में चार माओवादी मारे गए। वहीं इससे पहले भी सेना लगातार ऐसे अभियान चला रही है। बीते कुछ महीनों में सेना ने बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों को मार गिराया है।

Chhattisgarh Encounter में 16 से अधिक नक्सली ढेर

एक पुलिस अधिकारी के अनुसार “बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा से लगे जंगल में सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। अब तक 18 नक्सलियों के शव बरामद किए गए हैं, साथ ही भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी बरामद किया गया है। एक DRG जवान शहीद हो गया है। सर्च और कॉम्बिंग ऑपरेशन अभी भी जारी हैॉ। डीआरजी, स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों की संयुक्त टीम द्वारा चलाया गया। तलाशी दल इलाके में अपना अभियान जारी रखे हुए हैं ताकि नक्सलियों की मौजूदगी का पता लगाया जा सके और अतिरिक्त हथियार बरामद किए जा सकें”। गौरतलब है कई बार नक्सलियों द्वारा सुरक्षाबलों की गाड़ियों पर अटैक किए गए है। जिसमे सेना के जवानों की जान तक चली जाती है।

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