Biren Singh: “मणिपुर के लिए वर्ष 2024 दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। कई लोगों ने अपनों को खोया और कईयों को घर छोड़ना पड़ा। मैं मणिपुर के लोगों से माफी मांगता हूं।” ऐसा कहना था Manipur के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह का जिन्होंने न्यू ईयर 2025 की पूर्व संध्या मीडिया से बात-चीत की। सीएम बीरेन सिंह द्वारा मणिपुर हिंसा को लेकर लोगों से माफी मांगने के बाद कांग्रेस उन पर निशाना साधती नजर आ रही है। जयराम रमेश के बाद Congress नेता संदीप दीक्षित ने सीएम Biren Singh पर करारा प्रहार बोला है। संदीप दीक्षित ने मणिपुर हिंसा में मुख्यमंत्री की भूमिका को लेकर बड़ा सवाल खड़ा करते हुए अहम टिप्पणी कर दी है जिसके बाद सियासी गलियारों में चर्चा का बाजार गर्म है।
Congress नेता ने CM N Biren Singh पर लगाए गंभीर आरोप
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह पर निशाना साधते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। संदीप दीक्षित ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कहा है कि “जब कोई मुख्यमंत्री माफी मांगे, तो समझ सकते हैं कि वो कोशिश करे और कोशिश में पूरी ना पड़े। अगर लॉ एंड ऑर्डर का सीरियस प्रॉबलम आता है, जहां पूरा स्टेट दो समुदायों में बंट गया हो, तो चलो समझ सकते हैं आपने पुलिस लगाई, प्रशासन को कहा इसको रोको, लेकिन नहीं हो पाया। हालांकि, जब मुख्यमंत्री खुद दो समुदायों के बीच के झगड़े में उनको बढ़ाते हुए पाए जाते हैं, ऐसा लगता है एक साइड लेकर चल रहे हैं। पूरी प्रशासन को कहा जाता है एक समुदाय की मदद करो एक की नहीं, तो इसमें माफी नहीं बनती है। यदि सही में इनको लगता है कि इन्होंने गलत किया है तो इन्हें इस्तीफा देना चाहिए।”
राज्यसभा सांसद और कांग्रेस मीडिया सेल के इंचार्ज जयराम रमेश ने भी सीएम Biren Singh को निशाने पर लिया है। जयराम रमेश ने कहा है कि “प्रधानमंत्री मणिपुर जाकर यही बात वहां क्यों नहीं कह सकते? उन्होंने 4 मई, 2023 से जानबूझकर राज्य का दौरा करने से परहेज किया है, भले ही वह देश और दुनिया भर में यात्रा कर रहे हों। मणिपुर के लोग इस उपेक्षा को समझ ही नहीं सकते।”
RJD ने मणिपुर के साथ केन्द्र सरकार पर भी साधा निशाना
राष्ट्रीय जनता दल के नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा ने मुख्यमंत्री बीरेन सिंह द्वारा राज्य की जनता से माफी मांगने वाले प्रकरण को लेकर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकार को संयुक्त रूप से अशांति के लिए जिम्मेदार ठहराया है। मनोज झा का कहना है कि ”यह माफी बहुत पहले आ जानी चाहिए थी। मणिपुर में सामान्य स्थिति और शांति बहाली के लिए न्याय बहुत महत्वपूर्ण चीज है। Biren Singh के नेतृत्वव वाली सरकार और केंद्र सरकार, दोनों ही इसमें असफल रहे हैं।”