Dalai Lama Birthday: बीते दिनों से तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के उत्तराधिकारी को लेकर कई तरह के सवाल सामने आ रहे हैं। नए तिब्बती धर्मगुरू की चर्चा के बीच रविवार को दलाई लामा का जन्मदिन मनाया जाएगा। इस अवसर पर PM Modi ने भी तिब्बती धर्मगुरू को हार्दिक शुभकामनाएं देकर उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना की। पीएम मोदी ने एक्स यानी ट्विटर पर पोस्ट कर दलाई लामा के जन्मदिन पर उनके लिए संदेश लिखा।
Dalai Lama Birthday: तिब्बती धर्मगुरू ने अपने अनुयायियों को दिया संदेश
वहीं, तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा ने एक्स पोस्ट के जरिए अपने अनुयायियों के लिए 90वें जन्मदिन का संदेश लिखा। दलाई लामा ने जन्मदिन मैसेज में कहा कि मेरे 90वें जन्मदिन के अवसर पर मैं समझता हूँ कि तिब्बती समुदायों सहित कई स्थानों पर शुभचिंतक और मित्र उत्सव मनाने के लिए एकत्रित हो रहे हैं। मैं विशेष रूप से इस तथ्य की सराहना करता हूं कि आप में से कई लोग इस अवसर का उपयोग उन पहलों में शामिल होने के लिए कर रहे हैं, जो करुणा, गर्मजोशी और परोपकार के महत्व को उजागर करते हैं।
दलाई लामा ने आगे कहा कि मैं मानवीय मूल्यों, धार्मिक सद्भाव को बढ़ावा देने, प्राचीन भारतीय ज्ञान की ओर ध्यान आकर्षित करने की अपनी प्रतिबद्धताओं पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखूँगा जो मन और भावनाओं के कामकाज को समझाता है, और तिब्बती संस्कृति और विरासत, जिसमें मन की शांति और करुणा पर जोर देने के माध्यम से दुनिया में योगदान करने की बहुत क्षमता है।
दलाई लामा ने जन्मदिन की पूर्व संध्या पर कही यह बात
उधर, शनिवार को हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में तिब्बती धर्मगुरू Dalai Lama ने 100 साल से अधिक जीने और एक बार फिर से जन्म लेने की इच्छा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि वे अभी 30 से 40 साल और जिएंगे। 130 साल तक बौद्ध धर्म की सेवा करते रहेंगे। दलाई लामा ने आगे कहा कि हालांकि, हमने अपना देश खो दिया है और भारत में निर्वासन में रहे हैं। यहीं मैं कई लोगों को लाभ पहुंचाने में सक्षम रहा हूं। मैं जितना हो सके, उतना इंसानों को लाभ देना और सेवा करने की इच्छा रखता हूं।
दलाई लामा के उत्तराधिकारी की खोज पर तिब्बती धर्मगुरू ने क्या कहा?
मालूम हो कि Dalai Lama के उत्तराधिकारी को लेकर माहौल काफी गरमाया हुआ है। हालांकि, कई रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि उत्तराधिकारी का चुनने का फैसला तिब्बती धर्मगुरू की इच्छा और तिब्बती बौद्ध परंपराओं पर निर्भर करेगा। वहीं, दलाई लामा भी यह साफ कर चुके हैं कि गादेन फोडरंग ट्रस्ट जारी रहेगा। साथ ही यही ट्रस्ट अगले दलाई लामा का चयन करेगा। ट्रस्ट ही सारी परंपराओं के साथ भविष्य के दलाई लामा का चुनाव करेगा। इस मसले पर किसी राजनीतिक दल, संस्था और खासकर चीन की सरकार को हस्तक्षेप करने का कोई अधिकार नहीं है।