Asaduddin Owaisi: सुसाइड बॉम्बिंग को लेकर बीते कल से ही एक थियोरी चल रही थी जिसकी आचोलना करते हुए सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने करारा जवाब दिया है। एआईएमआईएम चीफ ने आतंकी डॉक्टर उमर नबी को करारा जवाब देते हुए सुसाइड बॉम्बिंग को इस्लाम में हराम बताया है। सांसद ओवैसी ने कहा है कि इस्लाम में सुसाइड बॉम्बिंग हराम है और बेगुनाहों की हत्या घोर पाप है। ऐसे कृत्य देश के कानून के भी खिलाफ हैं। असदुद्दीन ओवैसी की ये प्रतिक्रिया ऐसे दौर में आई है जब बीते कल ही आतंकी उमर का एक वीडियो सामने आया था जिसमें वो सुसाइड को जायज ठहरा था। इससे इतर असदुद्दीन ओवैसी ने कश्मीरियों के आतंकी वारदात में लिप्त होने पर मुखरता के साथ गृह मंत्री अमित शाह से सवाल पूछे हैं।
आतंकी डॉक्टर उमर को सांसद Asaduddin Owaisi का करारा जवाब
सुसाइड बॉम्बिंग की वकालत करने वाले दिल्ली धमाके के मुख्य साजिशकर्ता आतंकी उमर को सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने करारा जवाब दिया है। एआईएमआईएम चीफ के एक्स हैंडल से पोस्ट जारी कर आतंकी उमर के वक्तव्यों की मुखालिफत की गई है।
असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि “दिल्ली बम धमाके के आरोपी उमर नबी का एक बिना तारीख वाला वीडियो सामने आया है जिसमें वह आत्मघाती हमले को शहादत बता रहा है और कह रहा है कि इसे गलत समझा गया। इस्लाम में आत्महत्या (सुसाइड) हराम है और बेगुनाहों की हत्या घोर पाप है। ऐसे कृत्य देश के कानून के भी खिलाफ हैं। इन्हें किसी भी तरह से गलत नहीं समझा गया है। यह आतंकवाद है और कुछ नहीं।” सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने खुले तौर पर आतंकी उमर को करारा तमाचा जड़ते हुए इसे आतंकी कृत्य बताया है और सुसाइड बॉम्बिंग की मुखालिफत की है। सांसद ओवैसी ने ऐसी सोच को समाज और देश दोनों के लिए खतरनाक बताया है।
कश्मीरियों के आतंकी वारदात में लिप्त होने पर हुए मुखर हुए असदुद्दीन ओवैसी
दिल्ली लाल किला के निकट हुए धमाके के तार कश्मीर से होते हुए जैश-ए-मोहम्मद तक जुड़ रहे हैं। इस मामले में अब तक डॉ शाहीन, डॉ मुजम्मिल और डॉ आदिल की गिरफ्तारी हो चुकी है जो मूल रूप से कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों से आते हैं। वहीं एक अन्य कश्मीरी डॉ उमर नबी पर भी आतंकी वारदात में लिप्त होने का आरोप है। असदुद्दीन ओवैसी ने इसका जिक्र करते हुए गृह मंत्री अमित शाह से सवाल दागे हैं।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि “ऑपरेशन सिंदूर और महादेव के दौरान अमित शाह ने संसद को आश्वस्त किया था कि पिछले 6 महीनों में कोई भी स्थानीय कश्मीरी आतंकवादी समूहों में शामिल नहीं हुआ है। फिर यह समूह कहाँ से आया? इस समूह का पता न लगा पाने के लिए कौन ज़िम्मेदार है?” मालूम हो कि फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से दिल्ली को दहलाने की साजिश रची जा रही थी जिसमें कश्मीरी छात्रों का एक समूह शामिल था। इसको लेकर असदुद्दीन ओवैसी केन्द्र पर हमलावर हैं।






