Dhirendra Shastri: राजधानी दिल्ली के साथ देश के विभिन्न हिस्सों में फिर एक बार बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर चर्चाओं में है। इसका प्रमुख कारण है सनातन हिंदू एकता यात्रा का दूसरा चरण जो दिल्ली से होते हुए अलग-अलग राज्यों में जाएगी। इस यात्रा में आज रेसलर ग्रेट खली के अलावा पूर्व क्रिकेटर उमेश यादव और शिखर धवन ने शिरकत की है। आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री के नेतृत्व में निकली सनातन एकता यात्रा में लोग बढ़-चढ़कर अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। इस दौरान यात्रा में खूब धार्मिक नारों का उद्घोष भी हो रहा है जो इसकी भव्यता बढ़ा रहा है। सनातन एकता यात्रा के माध्यम से आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री हिंदुओं को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं।
आचार्य Dhirendra Shastri की सनातन हिंदू एकता पदयात्रा में दिग्गजों का जमावड़ा
दिल्ली के डेरा भाटी कलां गांव से फरीदाबाद के दशहरा मैदान तक सनातन हिंदू एकता पदयात्रा निकली है। इस यात्रा के दूसरे दिन आज धीरेन्द्र शास्त्री के साथ कई संत शामिल हुए। इसके अलावा ग्रेट खली ने भी सनातन यात्रा में शिरकत कर बागेश्वर धाम सरकार की आवाज को आगे बढ़ाया। खली के अलावा पूर्व क्रिकेटर शिखर धवन भी आचार्य धीरेन्द्र शास्त्री की इस यात्रा में शामिल हुए हैं। 2025 के दूसरे दिन की शुरुआत की।
शिखर धवन ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि “मुझे यहाँ आकर बहुत खुशी हो रही है। इस पदयात्रा के पीछे आचार्य धीरेंद्र शास्त्री का विचार हिंदुओं को जाति-पाति से ऊपर उठाकर हिंदुत्व को बढ़ावा देना है। एकता में बहुत शक्ति है। हिंदुओं को एकजुट होकर एक मजबूत राष्ट्र के लिए मजबूत बनना चाहिए।”
पूर्व क्रिकेटर उमेश यादव ने सनातन हिंदू एकता यात्रा में शामिल होने के साथ कहा कि “हम तो बस ईश्वर का काम कर रहे हैं। सभी को अपने धर्म और ईश्वर के बारे में जागरूक होना चाहिए। यह पदयात्रा हिंदुओं को एकजुट करने के लिए है। महाराज द्वारा की गई यह एक बहुत अच्छी पहल है और सभी सनातनी भाइयों को इसका समर्थन करना चाहिए। इसीलिए मैं यहाँ हूँ। ईश्वर की इच्छा से ही मैं यहाँ आ पाया हूँ।”
सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का उद्देश्य
इस धार्मिक यात्रा का उद्देश्य खुद बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर धीरेन्द्र शास्त्री ने बताया है। उन्होंने कहा है कि “यह पदयात्रा सामाजिक समरसता और हिंदू एकता के लिए है। देश में हिंदू एकजुट हो रहे हैं और सड़कों पर उतर रहे हैं। भारत निश्चित रूप से एक हिंदू राष्ट्र बनेगा। जब तक भारत एक हिंदू राष्ट्र नहीं बन जाता, हम लगातार पदयात्राएं आयोजित करते रहेंगे। हम तभी रुकेंगे जब हमारा उद्देश्य पूरा हो जाएगा। यह पदयात्रा किसी राजनीतिक दल का समर्थन या विरोध करने के लिए नहीं है। हम चाहते हैं कि हिंदू जाति विभाजन से ऊपर उठें और एकजुट हों।”
मालूम हो कि सनातन हिंदू यात्रा 10 दिन तक चलेगी जिसमें 50 संत महात्मा उपस्थित रहेंगे। इस यात्रा के माध्यम से धीरेन्द्र शास्त्री 5 करोड़ लोगों तक अपना संदेश पहुंचाएंगे। दावा किया जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में खेल, राजनीति, मनोरंजन आदि समेत अन्य क्षेत्रों के दिग्गज भी एकता पदयात्रा में शिरकत कर सकते हैं।






