Parvesh Verma: इशारों-इशारों में कही गई बातों का मतलब बेहद खास होता है। दिल्ली में चुनावी नतीजों के ऐलान के बाद उन्हीं बीतों की चर्चा है। दरअसल, प्रवेश वर्मा की जीत के बाद उनका पूरा परिवार खुशी से गदगद है। प्रवेश वर्मा की बेटी हों या पत्नी, सब बीजेपी की जीत का जश्न मना रहे हैं। इसी बीच Parvesh Verma की बेटी सानिधी ने खास बयान दिया है। उनका कहना है कि “हम इस बार भी पार्टी द्वारा दिए जाने वाले पद खुशी से स्वीकार करेंगे।” इसके कई आशय निकाले जा रहे हैं। पूछा जा रहा है कि क्या इशारों-इशारों में ही प्रवेश वर्मा की बेटी ने CM पद के लिए दावेदारी ठोंक दी है?
Parvesh Verma की जीत पर क्या बोलीं सानिधी?
बीजेपी नेता प्रवेश वर्मा की जीत पर सानिधी का कहना है कि “हम सभी बहुत खुश हैं। मैं नई दिल्ली के लोगों को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने हमें अगले पांच साल तक सेवा करने का मौका दिया। हम विधायक बनने से बहुत खुश हैं। हमने हमेशा पार्टी द्वारा दिए गए पदों को स्वीकार किया है, इस बार भी हम इसे खुशी से स्वीकार करेंगे।” दावा किया जा रहा है कि सानिधी के इस एक बयान के कई मायने हैं। राजनीतिक भाषा में इसे नाप-तोल कर दिए बयान की श्रेणी में रखा जाता है। सानिधि ने Parvesh Verma के लिए सीएम पद की दावेदारी पेश की है, ये कहना अभी जल्दबाजी होगी। लेकिन ये तय है कि प्रवेश वर्मा हों या उनका परिवार, सीएम पद पर निगाहें सभी की एक बराबर टिकी हैं।
प्रवेश वर्मा को मिली जीत से राजधानी में दौड़ी खुशी की लहर!
दिल्ली विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत की ओर बढ़ रही भाजपा के कार्यकर्ता सड़कों पर आतिशबाजी कर रहे हैं। प्रवेश वर्मा का नई दिल्ली विधानसभा सीट से जीतना भी बेहद खास है। Parvesh Verma की पत्नी स्वाति वर्मा का कहना है कि “हम बहुत खुश हैं और सभी कार्यकर्ताओं के प्रति आभारी हैं। हमें पीएम मोदी, दिल्ली के लोगों और भगवान पर भरोसा था। मुद्दे स्पष्ट थे, दिल्ली के लोग परेशान थे, बदलाव चाहते थे, वे विकास चाहते थे। पीएम मोदी विकास सुनिश्चित करेंगे।”
प्रवेश वर्मा की बहन रचना सिंधु कहती हैं कि “एक बड़ी बहन के रूप में मैं खुश हूं और क्षेत्र की महिलाएं भी खुश हैं क्योंकि उन्होंने प्रवेश पर भरोसा दिखाया है। हमने उन क्षेत्रों में काम किया जहां हमें घर-घर जाकर प्रचार करने की जरूरत थी। दिल्ली में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, तो वे मुफ्त बस सेवा के साथ क्या करेंगी? महिलाओं को भाजपा में एक उम्मीद दिखी है।”