Delhi Pollution: दिल्ली में अभी प्रदूषण का कोहराम कम नहीं हुआ है। जहरीली घना कोहरा और वायु की बेहद ही खराब गुणवत्ता सांस लेने लायक नहीं है। सीपीसीबी यानी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, रविवार को एक बार फिर राजधानी का एक्यूआई यानी एयर क्वॉलिटी इंडेक्स गंभीर श्रेणी में पहुंच गया। सुबह करीब 6 बजे दिल्ली का एक्यूआई 396 दर्ज किया गया। साथ में ठिठुरन वाली सर्दी का दौर शुरू हो गया है।
Delhi Pollution से इन इलाकों की फूल गई सांसें
राजधानी में हवा की खराब गुणवत्ता होने से एक बार फिर बच्चों, बुजुर्गों और सांस की बीमारियों वाले लोगों के लिए स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं बढ़ गई हैं।दिल्ली की सबसे ज्यादा प्रदूषित जगहों में चांदनी चौक 455, वजीरपुर 449, रोहिणी 444, जहांगीरपुरी 444, आनंद विहार 438 और मुंडका में 436 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। सीएक्यूएम यानी कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप यानी ग्रेडिड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान के तहत स्टेज-4 के तहत सभी कार्रवाई शुरू कर दी है।
दिल्ली प्रदूषण के साथ ठंड और घने कोहरे ने बढ़ाई लोगों की समस्या
आईएमडी यानी भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने 20 से 23 दिसंबर 2025 तक बहुत घने कोहरे की चेतावनी दी है। इस दौरान दिल्ली में विजिबिलिटी काफी कम रहने का अनुमान है। साथ ही लोगों को सड़क, रेल और हवाई यातायात में संभावित रुकावटों के बारे में सावधान किया गया है। दिल्ली में कोल्ड डे जैसी स्थिति रह सकती है। अधिकतम तापमान लगभग 17 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान लगभग 8 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। अगले 6 दिनों के लिए हालात चिंताजनक बने हुए हैं। हवा की क्वालिटी ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ कैटेगरी में रहने की संभावना है।
नई स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा
दिल्ली की नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी और नोएडा की एक पर्यावरण कंसल्टेंसी के वैज्ञानिकों ने पिछले 5 सालों की स्टडी में चौंकाने वाला परिणाम निकाला है। वैज्ञानिकों ने बताया है कि ट्रैफिक में गाड़ी चलाते हुए या भीड़भाड़ वाली सड़कों पर पैदल चलते हुए दिल्ली के पुरुष शहर की गंदी हवा को अपने फेफड़ों में महिलाओं की तुलना में ज्यादा खींच रहे हैं।इस स्टडी का नाम ‘दिल्ली में सांस के जरिए फेफड़ों में पहुंचने वाले कणों का पांच साल का आकलन: जोखिम और स्वास्थ्य खतरे’ है। इस दौरान शोधकर्ताओं ने दिल्ली के 39 एक्यूआई मॉनिटरिंग स्टेशनों के आंकड़ों का विश्लेषण किया है।
