Delhi Pollution: दिल्ली में बुधवार को भी जहरीले स्मॉग की मोटी परत देखने को मिली। साथ ही प्रदूषण का स्तर बहुत खराब श्रेणी में रिकॉर्ड किया गया। सीपीसीबी यानी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, क्रिसमस से पहले बुधवार की सुबह करीब 8 बजे के करीब दिल्ली में एक्यूआई यानी एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 360 दर्ज किया गया। ऐसे में प्रदूषण का लेवल गंभीर कैटेगरी से नीचे आकर बहुत खराब श्रेणी में आ गया है। मगर अभी भी राजधानी के लोगों को दमघोंटू हवा में सांस लेनी पड़ रही है। साथ ही घना कोहरा लोगों को दोहरी मार दे रहा है।
Delhi Pollution: दिल्लीवासियों की सांसों में घुल रही है जहरीली हवा
सीपीसीबी के मुताबिक, बुधवार की सुबह दिल्ली के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया। दिल्ली के आनंद विहार में एक्यूआई का स्तर 380 रहा, नेहरू नगर में 392, पुसा (डीपीसीसी) में 383, मुंडका में 378, ओखला फेज-2 में 374, विवेक विहार में 373, वजीरपुर में 368, रोहिणी में 367, पंजाबी बाग में 366, नरेला में 346, नजफगढ़ में 311, शादीपुर में 310 और नॉर्थ कैंपस डीयू में 324 दर्ज किया गया। इसके अलावा, एनसीआर में भी प्रदूषण का लेवल जानलेवा बना हुआ है। नोएडा में एक्यूआई 344 रहा, गुरुग्राम में 316 और गाजियाबाद में 309 रिकॉर्ड किया गया।
दिल्ली प्रदूषण से निपटने के लिए सरकार उठा रही जरूरी कदम
वहीं, दिल्ली सरकार ने राजधानी की खराब हवा में सुधार करने के लिए कुछ जरूरी कदम उठाए हैं। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा, ‘मुख्यमंत्री के नेतृत्व में दिल्ली कैबिनेट की बैठक में पर्यावरण से जुड़े बड़े फैसले लिए गए हैं। दिल्ली की हवा को साफ और स्वच्छ रखने के लिए सरकार ने कई जरूरी कदमों पर फैसला किया है, ताकि हमारे दिल्लीवासियों को हर परिस्थिति में साफ हवा मिल सके और प्रदूषण पर लगाम लगाई जा सके।’
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 13 दिसंबर से दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। ऐसे में सीएक्यूएम यानी कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट ने ग्रैप यानी ग्रेडिड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान ग्रैप-4 की सभी पाबंदियों को लागू कर दिया है। हालांकि, इसके बाद भी राजधानी में प्रदूषण का स्तर बहुत खराब कैटेगरी में बना हुआ है।
जहरीली हवा महिलाओं को कर रही सबसे ज्यादा प्रभावित
उधर, कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि दिल्ली का जहरीला प्रदूषण महिलाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रहा है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अधिक समय तक खराब हवा में सांस लेने से महिलाओं को कई गंभीर बीमारियां जकड़ सकती हैं। इसमें अस्थमा, दिल से जुड़ी समस्या, फेफड़ों की परेशानी, हार्मोन का असंतुलित होना, और प्रेगनेंसी में दिक्कत हो सकती है। रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि महिलाओं को अधिक टाइम तक खराब हवा के संपर्क में रहने से बचना चाहिए।






