SIR in India: सोमवार का दिन भारत के चुनावी सिस्टम के लिए काफी खास साबित हो सकता है। भारत निर्वाचन आयोग ने बिहार में एसआईआर करवाने के बाद अब देश के अन्य राज्यों में भी इसे लागू करने का ऐलान कर दिया है। सीईसी यानी चीफ इलेक्शन कमिश्नर ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके ऐलान किया कि इलेक्टोरल रोल के लिए एसआईआर यानी स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन का दूसरा चरण 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में किया जाएगा।
SIR in India पर जानकारी देते हुए सीईसी प्रमुख ने कहा- ‘मैं बिहार के वोटर्स को बधाई देता हूं’
सीईसी ज्ञानेश कुमार ने दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, “आज हम स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के दूसरे फेज के रोलआउट के बारे में बात करने के लिए यहां हैं। मैं बिहार के वोटर्स को बधाई देता हूं और 7.5 करोड़ वोटर्स के सामने सिर झुकाता हूं, जिन्होंने एक सफल एसआईआर में हिस्सा लिया। कमीशन ने सभी 36 राज्यों (केंद्र शासित समेत) के चुनाव अधिकारियों से भी मुलाकात की और इस प्रोसेस पर विस्तार से चर्चा की।”
सीईसी ने कहा कि आखिरी एसआईआर 21 साल पहले 2001-2004 के बीच हुआ था। उन्होंने कहा कि इन सभी सालों में बार-बार माइग्रेशन, डबल वोटर आईडी कार्ड, मृत वोटर्स के नाम न हटाना और विदेशियों को गलत तरीके से शामिल करना जैसी बातें हुई हैं।
भारत में एसआईआर शुरू करने के तहत आज रात से फ्रीज कर दी जाएगी वोटर लिस्ट
ईसी प्रमुख ने आगे कहा कि जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एसआईआर होगा, वहां की वोटर लिस्ट आज (27 अक्टूबर) आधी रात से फ्रीज कर दी जाएगी। इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ईआरओ हर रजिस्टर्ड वोटर के लिए यूनिक एन्यूमरेट फॉर्म प्रिंट करेंगे। चुनाव आयोग चीफ ने कहा कि जो लोग 2003 की वोटर लिस्ट से मैच होंगे, या उनके माता-पिता, उन्हें पोस्ट-एसआईआर वोटर रोल में शामिल होने के लिए कोई और डॉक्यूमेंट जमा करने की जरूरत नहीं होगी।
सीईसी चीफ ज्ञानेश कुमार ने अपने संबोधन में आगे कहा, ‘बीएलओ हर घर में तीन बार जाएंगे। माइग्रेटेड वोटर्स की समस्या को हल करने के लिए, लोग अब अपने एन्यूमरेशन फॉर्म ऑनलाइन जमा कर सकते हैं।’ चुनाव आयोग प्रमुख के मुताबिक, भारत में एसआईआर के दूसरे चरण के लिए पोलिंग अधिकारियों की ट्रेनिंग मंगलवार यानी 28 अक्टूबर 2025 से शुरू होगी।
