Farooq Abdullah: जम्मू-कश्मीर में सियासी मिजाज तेजी से बदल रहा है। कभी नेशनल कॉन्फ्रेंस इंडिया गठबंधन के बिखरने पर चिंता व्यक्त करती है, तो कभी JKNC चीफ कटरा में भजन गाते नजर आते हैं। दरअसल, ऐसा ही एक प्रकरण सोशल मीडिया पर सुर्खियों का विषय बना है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम फारुक अब्दुल्ला कटरा (मां वैष्णो देवी दरबार) में भजन गाते नजर आए हैं। आम तौर पर BJP के नेताओं को ही ऐसा करते और धार्मिक आयोजनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते देखा जाता है। हालांकि, अब Farooq Abdullah भी बीजेपी की रणनीति पर दौड़ते नजर आ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस, Congress को छोड़ बीजेपी के नजदीक होती नजर आ रही है। यही वजह है कि फारुक अब्दुल्ला की इस गतिविधि को कांग्रेस के लिए झटका माना जा रहा है।
कटरा में Farooq Abdullah का खास अंदाज
समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से एक वीडियो रिपोर्ट जारी किया गया है। वीडियो रिपोर्ट में JKNC चीफ फारुक अब्दुल्ला भजन गुनगुनाते नजर आ रहे हैं। Farooq Abdullah के कंधे पर एक चुनरी भी नजर आ रही है। ऐसी ही चुनरी भक्ति-भाव में लोग देवी मां को अर्पित कर प्रसाद स्वरुप इसे अपनाते हैं। फारुक अब्दुल्ला जो भजन गा रहे हैं उसके बोल हैं- ‘तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया-मैं आया शेरा वालिये।’ नेशनल कॉन्फ्रेंस चीफ द्वारा गाया गया ये भजन अब जम्मू-कश्मीर के साथ देश के विभिन्न हिस्सों में सुर्खियां बटोर रहा है।
BJP की रणनीति पर दौड़े फारुक अब्दुल्ला, तो Congress को लगा झटका!
गौरतलब है कि किसी धार्मिक आयोजन के हिस्से में ज्यादातर बीजेपी के नेता नजर आते हैं। बीजेपी खास तौर पर धार्मिक आयोजनों को भव्य और दिव्य बनाने के लिए प्रयासरत नजर आती है। ऐसे में अब फारुक अब्दुल्ला का किसी सार्वजनिक मंच से भजन गाना कई संभावनाओं की ओर इशारा करता है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या Farooq Abdullah बीजेपी की रणनीति पर दौड़ रहे हैं? क्या ये कांग्रेस के लिए झटके के समान है? दरअसल, ऐसे सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं कि क्योंकि बीते दिनों ही जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी की तारीफ में जमकर कसीदे गढ़े थे।
Z-Morh Tunnel के उद्घाटन सत्र में उमर अब्दुल्ला ने J&K में चुनाव का श्रेय पीएम मोदी को दिया था। इसके अलावा भी JKNC की ओर से समय-समय पर बयान आते रहे हैं। ऐसे में जब जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस-Congress गठबंधन की सरकार है, तब पार्टी प्रमुख का धार्मिक आयोजनों में हिस्सा बनना, मुख्यमंत्री का पीएम मोदी की तारीफ करना, कई संभावनाओं की ओर इशारा करता है। हालांकि, ये सारी संभावनाएं कयासबाजी के आधार पर की जा रही हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि यदि नेशनल कॉन्फ्रेंस का नरम रुख बीजेपी के प्रति निरंतर बना रहा तो, कांग्रेस आगे क्या कदम उठाती है।