Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश के इतिहास का बेहद महत्वपूर्ण गंगा एक्सप्रेस वे बहुत जल्द खुलने वाला है। लीक खबरों की मानें तो 15 जनवरी 2026 तक इसे सार्वजनिक तौर पर खोल दिया जाएगा। गंगा एक्सप्रेस वे इकलौती ऐसी सड़क है जो 12 जिलों को जोड़ते हुए पूर्वी हिस्से को पश्चिम से जोड़ेगी। 594 किलो मीटर बन रहे इस एक्सप्रेसवे से सिर्फ यात्रियों को सुगम सफर ही नहीं मिलेगा बल्कि ये रोजगार के नए अवसर भी खोलेगा।
Ganga Expressway का कब होगा उद्घाटन?
गंगा एक्सप्रेसवे का 95 फीसदी तक काम पूरा हो चुका है। कुछ जिलों में अभी फिनिशिंग का काम चल रहा है। गंगा एक्सप्रेसवे का रुट मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज है। कनेक्टिविटी बढ़ने से यूपी वालों के लिए दिल्ली का रास्ता अब सीधे खुलेगा। गंगा एक्सप्रेसवे का ट्रायल इसी महीने शुरु हो सकता है। खबरों की मानें तो दिसंबर के लास्ट तक ट्रायल के लिए इसे खोला जा सकता है। अगर सबकुछ ठीक रहा तो 15 जनवरी तक गंगा एक्सप्रेस वे पूर्ण रुप से खोल दिया जाएगा।
गंगा एक्सप्रेस वे उगलेगा रोजगार
मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाला ये एक्सप्रेस वे 594 किलोमीटर का है। जिसे 8 लेन तक भविष्य में बनाया जा सकता है। यहां पर 120 किलोमीट प्रति घंटे की रफ्तार से वाहन दौड़ सकेंगे। इस एक्सप्रेस वे पर इमरजेंसी फ्लाट लैडिंग के लिए अलग से हवाई पट्टी बनाई गई है। मेरठ से प्रयागराज तक जाने में जो समय पहले 12 घंटे का लगता था अब वो सिर्फ 7 घंटे ही लगेगा। गंगा एक्सप्रेस पर रोजगार और उद्योग बढ़ाने के लिए अलग से औद्योगिक कॉरिडोर बन रहा है। जिससे पर्यटन और बिजनेस को बड़ी उड़ान मिलेगी।रोजगार की दृष्टि से गंगा एक्सप्रेस वे बेहद खास माना जा रहा है। क्योंकि इसके आस-पास औद्योगिक विकास के लिए अलग से गलियारा बनेगा। इसके लिए 36000 करोड़ से ज्यादा का बजट रखा गया है। जिससे बिजनेस और रोजगार को नई उड़ान मिलेगी। स्थानीय लोगों को अब उनके ही इलाके में वो सारी सुविधाएं मिलेंगी, जिनके के लिए वो दूसरे जिलों में जाते हैं।
