Monday, February 17, 2025
Homeख़ास खबरेंDigital Well Being Index में भारत का डंका! 67 अंक हासिल कर...

Digital Well Being Index में भारत का डंका! 67 अंक हासिल कर रच डाला कीर्तिमान; पढ़ें पूरी रिपोर्ट

Date:

Related stories

TV और Smartphone का ज्यादा इस्तेमाल कैसे छोटे बच्चों के लिए है घातक? रिसर्च में हुए खुलासे को पढ़ खुल जाएंगी आंखें

Children Screen Time: एक हालिया अध्ययन में पाया गया है कि छोटे बच्चों (टोडलर्स) के लिए अधिक स्क्रीन टाइम, जैसे कि टीवी और स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल, उनकी भाषा विकास क्षमता को प्रभावित कर सकता है।

केरल, गुजरात ही नहीं, भारत के इन तटीय राज्यों में सुरक्षा देते हैं Indian Cost Guard! जानें कैसे समुद्री तस्करी पर लगाते हैं लगाम?

Indian Cost Guard Day 2025: समुद्री भू-भाग से घिरे भारतवर्ष की सुरक्षा में तटरक्षक बलों की भूमिका भी अहम है। इंडियन कोस्ट गॉर्ड की अहमियत को देखते हुए ही उनके सम्मान में प्रत्येक वर्ष 1 फरवरी को इंडियन कोस्ट गॉर्ड डे मनाया जाता है।

Lala Lajpat Rai पर क्रूरता, ब्रिटिश हुकूमत के लिए साबित हुई ताबूत की अंतिम कील? Bhagat Singh ने ऐसे वापस दिलाया था सम्मान

Lala Lajpat Rai: वक्त जब बेतहाशा रफ्तार के साथ दौड़ रहा हो तो अतीत के किस्से बेहद संजीदे और जीवंत से लगते हैं। कुछ ऐसे भी किस्से होते हैं जिनके सहारे हम गौरवान्वित महसूस कर खुद को अतीत की ओर खींच ले जाते हैं।

अपमान व पत्थर की मार झेल कुप्रथाओं के खिलाफ मुखर रही थीं Savitribai Phule! जन्म जयंती पर जानें सभी उपलब्धियां

Savitribai Phule: समतामूलक समाज के लिए अपना जीवन न्योछावर करने के लिए जानी जाने वालीं सावित्रीबाई फुले की आज जन्म जयंती है। देश के तमाम शीर्ष पदों पर काबिज लोगों ने आज सावित्रीबाई फुले को नमन किया है।

Nurse Nimisha Priya के सिर मंडरा रहा फांसी का खतरा! परिजनों की उम्मीद अभी बरकरार, जानें क्या है पति थॉमस का पक्ष?

Nurse Nimisha Priya: यमन की जेल में मौत की सजा का सामना कर रहीं भारतीय नर्स निमिषा प्रिया के परिवार की उम्मीदें अभी भी बरकरार हैं। उनके पति टोमी थॉमस और छोटी बेटी को विश्वास है कि पीड़ित परिवार को ब्लड मनी देकर मामले को सुलझाया जा सकता है।

Digital Well Being Index: भारत ने वैश्विक डिजिटल वेल-बिइंग इंडेक्स में 67 अंक के साथ शीर्ष स्थान प्राप्त किया है, जैसा कि सोमवार को एक रिपोर्ट में बताया गया। यह अंक देश में माता-पिता और किशोरों के बीच मजबूत विश्वास और समर्थन को दर्शाता है। हालांकि, इसके साथ ही ऑनलाइन खतरों, जैसे सेक्सटॉर्शन और ग्रूमिंग, को लेकर चिंताएं भी बढ़ रही हैं, खासकर जनरेशन Z के बीच।

Digital Well Being Index में भारत का डंका

भारत वैश्विक डिजिटल वेल-बिइंग इंडेक्स में 67 अंकों के साथ शीर्ष पर है। यह प्रदर्शन देश में डिजिटल सुरक्षा प्रयासों की मजबूत स्थिति को दिखाता है और माता-पिता और किशोरों के बीच विश्वास और समर्थन का संकेत देता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 58% उत्तरदाता अपनी डिजिटल अनुभवों से संतुष्ट हैं, जो अमेरिका (53%) और यूके (42%) की तुलना में अधिक है।

युवाओं के लिए बढ़ती समर्थन नेटवर्क

भारत में युवाओं को मजबूत समर्थन नेटवर्क मिलता है, जिनमें माता-पिता, शिक्षक और मेंटर्स जैसे 9 से 12 विश्वसनीय मार्गदर्शक होते हैं। यह मजबूत आधार उनकी डिजिटल अनुभवों में सुरक्षा की भावना उत्पन्न करता है। इसके अलावा, 70% माता-पिता नियमित रूप से अपने किशोरों की ऑनलाइन गतिविधियों की निगरानी करते हैं, जो 2023 में 62% था। हालांकि, समर्थन प्राप्त करने वाले युवा उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ी है, 78% भारतीय जनरेशन Z उपयोगकर्ता अब मदद के लिए संपर्क करते हैं, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 65% था।

बढ़ते खतरे और जागरूकता की कमी

सकारात्मक समर्थन नेटवर्क के बावजूद, भारतीय जनरेशन Z के उपयोगकर्ताओं को गंभीर ऑनलाइन खतरों का सामना करना पड़ता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 71% भारतीय उत्तरदाताओं ने सेक्सटॉर्शन का सामना किया, जिनमें से 55% इसके शिकार हो गए। 77% ने अपनी साझा की गई अंतरंग छवियों पर नियंत्रण खोने की सूचना दी, और 60% को ग्रूमिंग का सामना करना पड़ा। इसके अतिरिक्त, साझा करने और ऑनलाइन स्टोर करने के कानूनी परिणामों के बारे में जागरूकता की कमी भी चिंता का विषय है। हैरानी की बात यह है कि 52% उत्तरदाताओं ने यह गलत समझा कि इस तरह की सामग्री को रिपोर्ट न करना कानूनी है, और कई ने सोचा कि इस प्रकार की छवियों को साझा करना या ऑनलाइन स्टोर करना कानूनी है।

भारत ने डिजिटल वेल-बिइंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति की है, लेकिन ऑनलाइन खतरों और कानूनी जागरूकता की कमी से जुड़ी समस्याएं अभी भी गंभीर बनी हुई हैं। इन मुद्दों को हल करना भारत और वैश्विक स्तर पर युवाओं की डिजिटल सुरक्षा को और अधिक मजबूत बनाने के लिए महत्वपूर्ण होगा।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

Latest stories