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Fake Cancer Injection: गुरुग्राम में लोगों को बेचे जा रहे थे कैंसर के नकली इंजेक्शन, इंटरनेशनल रैकेट का भांडा फोड, तुर्की से जुड़ रहे तार!

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Fake Cancer Injection:
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Fake Cancer Injection: हरियाणा के गुरुग्राम नकली दवाइयों के एक इंटरनेशनल रैकेट का भांडा फोड हुआ है। कैंसर जैसी घातक बीमारी के लिए यहां लोगों को नकली इंजेक्शन बेचे जा रहे थे। मुख्यमंत्री उड़नदस्ते और ड्रग विभाग ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि CM उड़नदस्ते की टीम ने 21 अप्रैल को संदीप नामक के एक व्यक्ति को नकली इंजेक्शन बेचते हुए गिरफ्तार किया था। आरोपी ने पुलिस पूछताछ में एक अन्य व्यक्ति के नाम का खुलासा किया था। पुलिस उक्त व्यक्ति को भी 28 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया था।

पुलिस ने जब मामले की जांच आगे बढ़ाई तो इस मामले के मुख्य आरोपी कनिष्क राजकुमार का नाम सामने आया। जिसके बाद से पुलिस आरोपी को पकड़ने में लगी हुई थी। वहीं, बीते बुधवार (10 मई) को CM उड़नदस्ते की टीम को आखिरकार सफलता मिली और नकली इंजेक्शन बेचने के मास्टरमाइंड को नोएडा के सेक्टर-62 से गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है की इस मामले के तार तुर्की से जुड़े हैं। क्योंकि भारी मात्रा में कैंसर के इस नकली इंजेक्शन (डेफीब्रोटाइडका) का आयात तुर्की से भारत में किया जा रहा है।

निजी अस्पतालों में मरीजों को लग रहा था इंजेक्शन

ड्रग विभाग के अधिकारी की मानें तो गुरुग्राम के नामी निजी अस्पतालों में यह इंजेक्शन कैंसर के मरीजों को लगाया जा रहा था। हालांकि, निजी अस्पताल के डॉक्टर्स को इस रैकेट के बारे में जानकारी थी या नहीं, यह जांच का विषय है। मगर, लाखों-करोड़ों के इस विदेशी रैकेट में और कौन-कौन शख्स शामिल हैं, इसकी जांच की जा रही है।

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ऐसे पकड़ा गया आरोपी

मुख्यमंत्री उड़नदस्ते की टीम ने बताया कि 21 अप्रैल को उन्हें सूचना मिली थी कि सेक्टर-52 में अस्पताल के पास 2.5 लाख रुपये में कैंसर के नकली इंजेक्शन बेचे जा रहे हैं। जिसके बाद मौके पर पहुंची टीम ने पश्चिम बंगाल निवासी संदीप को कैंसर की बीमारी में इस्तेमाल होने वाले डेफीब्रोटाइड के नकली इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया था। आरोपी से पूछताछ में बताया कि वह मोती उर्रहमान अंसारी के लिए काम करता है।

संदीप के पकड़े जाने के बाद मोती उर्रहमान अंसारी ने खुद ही ड्रग्स विभाग के सामने सरेंडर कर दिया था। उसने पूछताछ में बताया कि उसके पास दवाई को खरीदने व बेचने के लिए कोई कंपनी नहीं है। कैंसर के इंजेक्शन उसने नोएडा निवासी कनिष्क राजकुमार से खरीदे थे। जिसके बाद मुख्यमंत्री उड़नदस्ते, ड्रग्स विभाग व क्राइम यूनिट ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए कनिष्क राजकुमार को नोएडा के सेक्टर-62 से बीते बुधवार को गिरफ्तार किया है।

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