Maharashtra Language Row: नई चर्चा छिड़ गई है और केन्द्र में आ गए हैं बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे। दरअसल, महाराष्ट्र लैंग्वेज रो के बीच निशिकांत दूबे ने धाकड़ एंट्री लेते हुए ठाकरे ब्रदर्स को ललकारा है। हिंदी vs मराठी को लेकर छिड़ी जंग के बीच उर्दू का जिक्र करते हुए BJP सांसद ने महाराष्ट्र का सियासी पारा चढ़ा दिया है। Nishikant Dubey ने साफ तौर पर चुनौती देते हुए कहा है कि यदि हिम्मत है तो महाराष्ट्र में उर्दू भाषियों को मार कर दिखाओ। बीजेपी सांसद का ये बयान ऐसे समय में आया है जब Maharashtra Language Row को खूब हाईलाइट किया जा रहा है। मराठी vs हिंदी के कारण ही वर्षों से अलग-थलग पड़े उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे एक होने को मजबूर हो गए हैं। इस नए समीकरण के बीच निशिकांत दूबे के बयान ने नए सिरे से बवाल मचा दिया है।
Maharashtra Language Row के बीच निशिकांत दूबे ने ठाकरे ब्रदर्स को ललकारा
ये जगजाहिर है कि महाराष्ट्र में मराठी अस्मिता के नाम पर कौन से लोग हिंसा को बढ़ावा दे रहे हैं। बीते दिनों राज ठाकरे की MNS से जुड़े कार्यकर्ताओं पर एक दुकानदार को पीटने के आरोप लगे, तो पूरी महाराष्ट्र में नई चर्चा छिड़ गई। महाराष्ट्र लैंग्वेज रो के बीच कई तरह की प्रतिक्रियाएं आईं। इसी बीच निशिकांत दूबे ने भी ठाकरे ब्रदर्स को ललकारा है। इशारों-इशारों में बगैर नाम लिए BJP सांसद लिखते हैं कि “हिंदी भाषी लोगों को मुम्बई में मारने वाले यदि हिम्मत है तो महाराष्ट्र में उर्दू भाषियों को मार कर दिखाओ। अपने घर में तो कुत्ता भी शेर होता है? कौन कुत्ता कौन शेर खुद ही फैसला कर लो।” Maharashtra Language Row के बीच निशिकांत दूबे की ये प्रतिक्रिया साफ तौर पर दर्शाती है कि यहां बात उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की हो रही है।
देशभर में सुर्खियों का केन्द्र बना महाराष्ट्र लैंग्वेज रो!
दरअसल, मुंबई में 5 जुलाई को हुई एक सभा ने सभी को चौकन्ना कर दिया। कथित रूप से ये कार्यक्रम मराठी अस्मिता को बचाने के लिए था जिसमें उद्धव ठाकरे, राज ठाकरे के साथ संजय राउत, सुप्रिया सुले समेत कई नेता शामिल हुए। दुकानदार की पिटाई के बाद सुर्खियां बटोर रहे Maharashtra Language Row के बीच आयोजित कार्यक्रम ने सबका ध्यान खींचा। इसी बीच राज ठाकरे का कहना कि ‘अगली बार फिर कान के नीचे बजाओ और वीडियो मत बनाओ’ दर्शाता है कि मराठी अस्मिता की आड़ में राजनेता क्या कर रहे हैं। यही वजह है कि देशभर से ठाकरे ब्रदर्स के हिस्से उलाहना जा रही है। निशिकांत दूबे, सांसद पप्पू यादव, दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ समेत अन्य तमाम नेताओं ने मराठी अस्मिता की आड़ में हिंसा करने वालों को चुनौती दी है। इस मामले में अब निशिकांत दूबे की प्रतिक्रिया के बाद नए सिरे से बवाल मचा है।