Operation Sindoor: मामला लगभग स्पष्ट हो चुका है और भारत ने आतंकी हमले का माकूल जवाब देते हुए बदला ले लिया है। पाकिस्तान में घुसकर 9 आतंकी हमलों को ध्वस्त करना, भारत की सैन्य शक्ति को दर्शाता है। इसमें भी खास है देश की दो जाबांज बेटियां जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को रफ्तार देने में अहम भूमिका निभाई। विदेश सचिव विवेक मिस्री के साथ देश के सामने ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ा ब्रीफिंग साझा करने वालीं कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंंह के आगे Pakistan नहीं टिक सका। इसकी तस्दीक उन सेटेलाइट तस्वीरों से होती है जो एएनआई की ओर से जारी की गई है। Operation Sindoor से जुड़ी सेटेलाइट तस्वीरें पाकिस्तान में मचे अफरा-तफरी को दर्शाते हुए सारी दास्तां बयां कर रही हैं। पाकिस्तान भले ही गीदड़भभकी के दर्ज पर उलूल-जुलूल बकता रहे, लेकिन तस्वीरें स्थिति बयां करने के लिए काफी हैं।
भारतीय सेना के Operation Sindoor की सेटेलाइट तस्वीर बयां कर रही पाकिस्तान के बर्बादी की दास्तां
एएनआई की ओर से जारी की गई वीडियो पाकिस्तान में तबाही के मंजर को दर्शाती है। कैसे भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर की मदद से पहलगाम का बदला लेते हुए आतंकियों के अड्डे नेस्तनाबूद कर दिए। मैक्सार टेक्नोलॉजीज द्वारा ली गई सेटेलाइट तस्वीरों में पाकिस्तान के बहावलपुर में जामिया मस्जिद और मुरीदके शहर पर भारतीय मिसाइल हमलों से पहले और बाद में हुए नुकसान को दिखाया गया है। Operation Sindoor को अंजाम देकर भारतीय सेना ने आतंक को पनाह देने वाले Pakistan को भी संदेश दिया है। अब बात स्पष्ट है कि यदि आतंकी छेड़ेंगे, तो भारत उन्हें बख्शेंगा नहीं। सेटेलाइट तस्वीर तो इसकी बानगी मात्र है, जो पाकिस्तान में मचे हाहाकार को दर्शाती है।
कर्नल Sofia Qureshi और विंग कमांडर Vyomika Singh के आगे नहीं टिक सका Pakistan
बाते चाहें जितनी बड़ी-बड़ी कर ले, लेकिन हकीकत क्या है ये भला किसी से कैसे छिप सकता है। उदाहरण पाकिस्तान की ही ले लीजिए। दुनिया को ज्ञान देने की हिमाकत करने वाला कैसे आतंक का पनाहगार है, ये किसी से नहीं छिपा। यही हुआ भारतीय सेना के Operation Sindoor में भी। पहले तो पाकिस्तान कश्मीर में आतंकी हमले के बाद गीदड़भभकी देता नजर आया। उसके बाद भारत ने जब जवाबी कार्रावाई की, तो आतंक के आका रणभूमि छोड़ भाग खड़े हुए। ऑपरेशन सिंदूर में कर्नल सोफिया कुरैशी ने खुफिया जानकारी एकत्रित कर प्लानिंग में अहम भूमिका निभाई , तो वहीं विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने हवाई हमले की तकनीकी जानकारी पर काम किया। कुलजमा बात ये है कि भारत की इन दो जाबांज बेटियों के आगे Pakistan नहीं टिक सका और रणभूमि छोड़ भाग खड़ा हुआ।