Parliament Monsoon Session: जिसके आसार जताए जा रहे थे, वही होता नजर आ रहा है। संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत जोरदार हंगामे के साथ हुई है। विपक्ष की मांग और हो-हल्ला को देखते हुए पर्लियामेंट मॉनसून सत्र की कार्यवाही के पहले दिन ही लोकसभा 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। इस बीच नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आवाज दबाने का आरोप लगाकर Rahul Gandhi केन्द्र की बीजेपी सरकार पर जमकर बरसे हैं। Parliament Monsoon Session की शुरुआत के साथ पहले दिन ही हंगामेदार कार्यवाही को लेकर कई तरह के कयास जताए जा रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि अगले कई दिनों तक स्थिति कमोबेश ऐसी ही नजर आ सकती है और राजनीतिक हो-हल्ला मचने के आसार हैं।
लोकसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद सरकार पर बरसे Rahul Gandhi!
पर्लियामेंट मॉनसून सेशन की शुरुआत के साथ ही आज जमकर हंगामा मचा है। स्थिति को देखते हुए लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इस दौरान सरकार पर हमलावर नजर आए।
मीडिया के समक्ष आकर राहुल गांधी ने Parliament Monsoon Session के पहले दिन कहा कि “सवाल यह है कि रक्षा मंत्री को सदन में बोलने की अनुमति है, लेकिन विपक्षी सदस्यों, जिनमें मैं भी शामिल हूं, जो विपक्ष का नेता हूं, मुझे बोलने की अनुमति नहीं है। यह एक नया दृष्टिकोण है। परंपरा कहती है कि अगर सरकार की तरफ के लोग बोल सकते हैं, तो हमें भी बोलने की जगह दी जानी चाहिए।” प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल समेत तमाम कांग्रेसी नेताओं ने राहुल गांधी की मांग को जायज ठहराते हुए उन्हें बोलने की अनुमति दी जाने की मांग की है।
जोरदार हंगामे के साथ Parliament Monsoon Session की शुरुआत!
तमाम औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद शुरू हुए संसद के मॉनसून सत्र की कार्यवाही जोरदार हंगामे के साथ शुरू हुई है। विपक्ष के तमाम सांसद ऑपरेशन सिंदूर, बिहार में जारी SIR व अन्य कई मुद्दों को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। तमाम विपक्षी सांसदों ने ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा की मांग की है जिसके बाद हंगामे की स्थिति उत्पन्न हुई। Parliament Monsoon Session की शुरुआत के साथ पहले ही दिन मचे जोरदार हंगामे ने सबका ध्यान आकर्षित किया है। सरकार भले ही कहे कि वो हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। लेकिन विपक्ष का रुख अलग नजर आ रहा है। दावा किया जा रहा है कि सियासी हो-हल्ला का ये दौर पूरे पर्लियामेंट मॉनसून सेशन की कार्यवाही के दौरान देखने को मिल सकता है।