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देश के उद्योग पर किसकी जकड़? ‘मेक इन इंडिया’ का जिक्र कर केन्द्र पर बरसे Rahul Gandhi, इशारों-इशारों में कह दी बड़ी बात

नेता प्रतिपक्ष Rahul Gandhi ने 'मेक इन इंडिया' का जिक्र करते हुए केन्द्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। टीवी और आईफोन का हवाला देते हुए राहुल गांधी ने कहा है कि इनके 80 फीसदी पुर्जे विदेशी हैं। हमें जमीनी बदलाव चाहिए ताकि हम असेंबली लाइन से निकलकर असली मैन्युफैक्चरिंग पावर बन सकें।

Rahul Gandhi
Picture Credit: गूगल (राहुल गांधी - सांकेतिक तस्वीर)

Rahul Gandhi: कई सार्वजनिक मंचों से ‘मेक इन इंडिया’ का डंका पीटने वाली मोदी सरकार पर नेता प्रतिपक्ष जमकर बरसे हैं। इशारों-इशारों में मेक इन इंडिया को छलावा बताते हुए राहुल गांधी ने केन्द्र को बड़ी नसीहत दे दी है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने टीवी और आईफोन का जिक्र कर कहा है कि इनके 80 फीसदी पुर्जे विदेशी होते हैं। बकौल Rahul Gandhi भारत में जमीनी बदलाव चाहिए ताकि हम असेंबली लाइन से निकलकर असली मैन्युफैक्चरिंग पावर बन सकें और रोजगार के अवसरों का सृजन हो सके। इससे इतर राहुल गांधी ने देश के उद्योग जगत पर एकाधिकार का आरोप लगाते हुए भारी टैक्स और चुने हुए कॉरपोरेट्स के एकाधिकार पर उद्योग जगत को जकड़ रखने की बात कही है।

मेक इन इंडिया का जिक्र कर केन्द्र पर बरसे Rahul Gandhi

जिस ‘मेक इन इंडिया’ को केन्द्र की मोदी सरकार अपनी बड़ी उपलब्धि मानती है। राहुल गांधी ने उसी का जिक्र कर केन्द्र को कटघरे में खड़ा किया है।

नेता प्रतिपक्ष Rahul Gandhi के एक्स हैंडल से जारी पोस्ट में लिखा गया है कि “क्या आप जानते हैं कि भारत में बने ज़्यादातर TVs का 80% हिस्सा चीन से आता है? ‘मेक इन इंडिया’ के नाम पर हम सिर्फ असेंबली कर रहे हैं, असली मैन्युफैक्चरिंग नहीं। iPhone से लेकर TV तक के पुर्जे विदेश से आते हैं, हम बस जोड़ते हैं। छोटे उद्यमी निर्माण करना चाहते हैं, लेकिन न नीति है, न सपोर्ट। उल्टा, भारी टैक्स और चुने हुए कॉरपोरेट्स का एकाधिकार, जिसने देश के उद्योग को जकड़ रखा है।”

राहुल गांधी ने केन्द्र को सलाह देते हुए कहा है कि “जब तक भारत उत्पादन में आत्मनिर्भर नहीं बनता, रोजगार, विकास और “Make in India” की बातें सिर्फ भाषण रहेंगी। जमीनी बदलाव चाहिए ताकि भारत असेंबली लाइन से निकलकर असली मैन्युफैक्चरिंग पावर बने और चीन को बराबरी की टक्कर दे सके।” Rahul Gandhi की ये बातें अब सोशल मीडिया से लेकर मेन स्ट्रीम मीडिया तक में सुर्खियां बटोर रही हैं।

‘मेक इन इंडिया’ को बड़ी उपलब्धि मानती भारत सरकार!

मालूम हो कि भारत सरकार ‘मेक इन इंडिया’ को देश की बड़ी उपलब्धि मानती है। इस मुहिम के तहत सरकार देश को महत्वपूर्ण निवेश, संरचना तथा अभिनव प्रयोगों के वैश्विक केंद्र के रुप में बदलने का लक्ष्य रखती है। इससे इतर मेक इन इंडिया मुहिम का उद्देश्य देश में उद्यमशीलता को बढ़ावा देना भी है, ताकि रोजगार के अवसरों का सृजन हो और संभावनाओं के द्वार खुल सकें। ‘मेक इन इंडिया’ मुहिम शुरू होने के बाद भारत को कई देशों से सकारात्मक प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है और स्वदेशी वस्तुओं का बोलबाला नजर आया है। हालांकि, Rahul Gandhi को इसमें कुछ खामियां नजर आ रही हैं, जिसका जिक्र कर वो केन्द्र सरकार पर बरसे हैं।

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