Patna News: सुंदरता की होड़ में अव्वल बने रहने के लिए आजकल के नौजवान तमाम तरह के नुस्खे अपना रहे हैं। कोई ब्यूटी टिप्स ट्राइ कर रहा है, तो कई ऐसे हैं जो महंगी-महंगी क्रीम, फाउंडेशन व अन्य सौंदर्य से जुड़े वस्तुओं का इस्तेमाल कर निखार लाने की कोशिश करते हैं। हालांकि, अब इसमें प्लास्टिक सर्जरी का एक नया नुस्खा जुड़ गया है। न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के नौजवान सुदंरता की दौड़ में बरकरार रहने के लिए धड़ल्ले से प्लास्टिक सर्जरी करा रहे हैं। इसके लिए Patna AIIMS उनता ठिकाना बन रहा है। नौजवान अपने होंठ, गाल, ब्रेस्ट, नाक आदि की प्लास्टिक सर्जरी करा कर खुद को आकर्षक बनाने की कोशिश कर रहे हैं। इसका खुलासा पटना एम्स की प्लास्टिक सर्जरी की विभागाध्यक्ष डॉ वीणा सिंह ने खुद किया है। (Patna News)
सुंदरता की दौड़ में बने रहने के लिए धड़ल्ले से प्लास्टिक सर्जरी करा रहे के नौजवान!
पटना एम्स की प्लास्टिक सर्जरी की विभाग अध्यक्ष डॉ वीणा सिंह ने इसको लेकर बड़ी बात बताई है। न्यूज 18 से बातचीत के दौरान डॉ वीणा सिंह ने कहा कि पहले चार से पांच लड़के-लड़कियां ही ब्रेस्ट और नाक की सर्जरी कराने आते थे। लेकिन बीतते समय के सात आंकड़ा बढ़ गया है और अब हर महीने करीब 20 से 25 लड़के और लड़कियां प्लास्टिक सर्जरी के लिए आ रहे हैं। उनका लक्ष्य सुंदरता की दौड़ में खुद को बरकरार रखना है। जहां लड़के और लड़किया नाक, गाल और होंठ की प्लास्टिक सर्जरी के लिए Patna AIIMS पहुंच रहे हैं। वहीं कई ऐसी लड़किया हैं जो ब्रेस्ट की प्लास्टिक सर्जरी भी करा रही हैं, तानि वो आकर्षक दिख सकें।
अलग-अलग डिमांड के साथ Patna AIIMS का दरवाजा खटखटा रहे नौजवान!
डॉ वीणा सिंह ने कहा है कि प्लास्टिक सर्जरी के लिए पटना एम्स का दरवाजा खटखटाने वालों की अपनी-अपनी डिमांड है। इसमें कई ऐसे बच्चे अपने अभिवावकों के साथ आ रहे हैं जिनके स्तन में हार्मोन के प्रॉब्लम के कारण दोनों तरफ से ब्रेस्ट का आकार बढ़ा हुआ है। ऐसे बच्चों तो कई तरह की समस्याओं से गुजरना पड़ता है। यही वजह है कि वे Patna AIIMS का रुख करते हुए प्लास्टिक सर्जरी की बात कर रहे हैं। कई ऐसे भी नौजवान हैं जो खूबसूरत दिखने के लिए चेहरों से झुर्रियां हटाने व नाक या होंठ की सर्जरी के लिए पटना एम्स की ओर रुख कर रहे हैं। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए विभागाध्यक्ष डॉ वीणा सिंह ने प्रकाश डालने की कोशिश की है, ताकि स्थिति नियंत्रित हो सके।