Wednesday, April 23, 2025
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PM Modi की जिंदगी में RSS की भूमिका क्या, कितना बदलाव आया? प्रधानमंत्री ने Lex Fridman Podcast में किया खुलासा

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PM Modi Podcast: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मशहूर अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन से लंबी बातचीत की है। यह पॉडकास्ट रविवार शाम को प्रसारित किया गया। इसमें पॉडकास्टर Lex Fridman ने पीएम मोदी के बचपन से लेकर सार्वजनिक जीवन तक के सफर समेत कई मुद्दों पर लंबी बातचीत की। PM Modi ने खुद सोशल मीडिया पोस्ट में इसकी जानकारी शेयर की और लिखा कि लेक्स फ्रिडमैन से उनकी बातचीत वाकई शानदार रही। इसमें उनकी बचपन की यादें, हिमालय में बिताए समय और सार्वजनिक जीवन में उनके सफर समेत कई विविध विषयों पर चर्चा हुई।

PM Modi Podcast में भारतीय संस्कृति और विरासत पर हुई चर्चा

Lex Fridman के साथ पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने कहा कि उनकी ताकत उनके नाम में नहीं, बल्कि 1.4 अरब भारतीयों और हजारों साल की भारतीय संस्कृति और विरासत में निहित है। जब भी वह विश्व नेताओं से मिलते हैं, तो वह इसे व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि भारत का प्रतिनिधित्व मानते हैं। उनका मानना ​है कि भारत शांति का समर्थक है, क्योंकि यह गौतम बुद्ध और महात्मा गांधी की भूमि है, जहां संघर्ष की तुलना में सद्भाव को प्राथमिकता दी जाती है। लेक्स फ्रीडमैन के साथ तीन घंटे दस मिनट और चार सेकंड तक चली लंबी Podcast बातचीत में पीएम मोदी ने पॉडकास्ट के 52 मिनट 33 सेकंड पर आरएसएस पर अपने विचार साझा किए। जिसके चलते सोशल मीडिया पर PM Modi’s Podcast with Lex Fridman को देखने और सुनने की होड़ मची हुई है।

PM Modi Podcast: RSS की भूमिका पर प्रधानमंत्री ने कही ये बातें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरएसएस के साथ अपने गहरे जुड़ाव को उजागर करते हुए इस अनूठी विरासत का हिस्सा बनना अपना सौभाग्य बताया। उन्होंने कहा कि वह खुद को सौभाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें अपने जीवन का उद्देश्य और निस्वार्थ सेवा के मूल्य के साथ आरएसएस से मिले। PM Modi ने वैश्विक स्तर पर आरएसएस द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की है। उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस देश भर में बड़े पैमाने पर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। साथ ही PM Modi ने वामपंथी ट्रेड यूनियनों और RSS से जुड़ी ट्रेड यूनियनों के बीच अंतर को भी उजागर किया। उन्होंने कहा, “वामपंथी यूनियनें कहती हैं – ‘दुनिया के मजदूरों, एक हो’ जबकि आरएसएस की ट्रेड यूनियन कहती है – ‘मजदूरों, दुनिया को एक करो।'” यह अंतर दिखाता है कि RSS अपने मूल्यों को अपने दृष्टिकोण में कैसे आत्मसात करता है।

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Rupesh Ranjan
Rupesh Ranjanhttp://www.dnpindiahindi.in
Rupesh Ranjan is an Indian journalist. These days he is working as a Independent journalist. He has worked as a sub-editor in News Nation. Apart from this, he has experience of working in many national news channels.

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