Bhagwant Mann: अगले कुछ दिन पंजाब सरकार के लिए बेहद अहम साबित होने वाले हैं। दरअसल, भगवंत मान सरकार 23 से 25 नवंबर तक 350वीं शहीदी दिवस को भव्यता के साथ मनाने वाली है। इसको मद्देनजर रखते हुए सीएम मान के साथ सभी जिम्मेदारों ने कमान संभाल ली है। गुरु तेग बहादुर साहिब की 350वीं जयंती को लेकर शासन भी एक्शन मोड में है और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए खास कदम उठाए जा रहे हैं। सीएम भगवंत मान के निर्देशानुसार कार्यरत पंजाब पुलिस ने अस्थायी पार्किंग क्षेत्र और लाइव ट्रैफिक अपडेट सक्रिय कर दिए है। इससे श्री आनंदपुर साहिब पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को पहले ही पार्किंग क्षेत्र और ट्रैफिक की जानकारी मिल जाएगी और उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।
350वीं शहीदी दिवस को लेकर एक्शन मोड में Bhagwant Mann सरकार!
सीएम भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार 350वीं शहीदी दिवस को लेकर लगातार एक्शन मोड में है। इसी क्रम में पुलिस विभाग के आला अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री की बैठक हो चुकी है। शासन के निर्देशानुसार पुलिस महकमा अलर्ट है और श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु तमाम कदम उठाए जा रहे हैं।
पंजाब पुलिस के आधिकारिक एक्स हैंडल से दी गई जानकारी के मुताबिक श्रद्धालुओं के लिए अस्थायी पार्किंग क्षेत्र और लाइव ट्रैफिक अपडेट सक्रिय कर दिए गए हैं। पुलिस श्री आनंदपुर साहिब में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहीदी वर्षगांठ से पहले निर्बाध आवाजाही के लिए पार्किंग क्षेत्र, विशेष पार्किंग क्षेत्र और ट्रॉली सिटी स्थापित कर चुकी है। इससे इतर लाइव ट्रैफिक और पार्किंग नेविगेशन को मैप माई इंडिया के मैपल्स ऐप पर सीधे ट्रैक किया जा सकता है। पुलिस ने शासन के निर्देशानुसार श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे ऐप के माध्यम से पार्किंग स्थान खोजें और अपनी यात्रा सुरक्षित करें।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए खास कदम उठा रही पंजाब सरकार
आगामी 23 से 25 नवंबर तक पंजाब में धूम-धाम के साथ गुरु तेग बहादुर साहिब की 350वीं शहीदी दिवस मनाई जाएगी। इस दौरान देश-दुनिया के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु श्री आनंद साहिब पहुंचकर गुरु साहिब को नमन करेंगे। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए भगवंत मान सरकार ने कई तरह के कदम उठाए हैं। श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग, ठहरने, नास्ता-भोजन आदि का प्रबंध जोरों पर है। इससे इतर पंजाब पुलिस के जवान एक-एक पहलुओं पर बारीकी से निगरानी कर सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटे हैं। शासन की कोशिश है कि 350वीं शहीदी दिवस भव्यता के साथ मनाते हुए इतिहास रचा जाए।






