CM Bhagwant Mann: पंजाब में बाढ़ से स्थिति दिन-प्रतिदिन भयावह होती जा रही है, लाखों की संख्या में लोग बेघर हो गए है। 1300 से अधिक गांव बाढ़ की चपेट में है। लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच पंजाब के कैबिनेट मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जानकारी दी और स्थिति के बारे में अवगत कराया।
पंजाब के कैबिनेट मंत्री बरिंदर गोयल ने दी अहम जानकारी
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पंजाब के कैबिनेट मंत्री बरिंदर गोयल ने जानकारी देते हुए कहा कि “इस बार तटबंध नदियों में पानी की वजह से नहीं टूटे; जहाँ भी टूटे, पानी के अतिप्रवाह के कारण टूटे। पहाड़ों से भारी मात्रा में पानी पंजाब में आ चुका है और आ ही रहा है।
पंजाब सरकार को नदियों से गाद निकालने की भी अनुमति नहीं है, क्योंकि यह केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है”।
बाढ़ की स्थिति में CM Bhagwant Mann सरकार पूरी सतर्कता से काम कर रही है
कैबिनेट मंत्री ने आगे कहा कि “बाढ़ की स्थिति में CM Bhagwant Mann सरकार पूरी सतर्कता से काम कर रही है और पार्टी, स्वयंसेवक और पदाधिकारी स्तर पर प्रभावित लोगों की मदद कर रहे हैं। तटबंधों को मज़बूत करने का काम भी लगातार जारी है। अपनी जनता और सरकार के सहयोग से पंजाब जल्द ही इस संकट से उबर जाएगा।
केंद्र सरकार को उचित मुआवजा देना चाहिए – बरिंदर गोयल
मीडिया से बात करते हुए बरिंदर गोयल ने आगे कहा कि “व्यास नदी विभाग द्वारा आरक्षित है, जहाँ खनन के साथ-साथ गाद निकालने के लिए भी केंद्र सरकार की अनुमति आवश्यक है। हमने वहाँ भी गाद निकालने के लिए आवेदन किया था। सतलुज नदी पर खनन की अनुमति देना और पर्यावरण प्रमाण पत्र जारी करना भी केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है।
घग्गर नदी पर कोई खनन स्थल नहीं है। खनन केवल सतलुज नदी में होता है, लेकिन अन्य नदियों में भी बाढ़ आई है। केंद्र सरकार को राजनीति छोड़कर पंजाब के लोगों को उचित मुआवजा देना चाहिए”।