CM Bhagwant Mann: चंडीगढ़ के सियासी गलियारों का तापमान चढ़ता नजर आ रहा है। इसकी प्रमुख वजह है पंजाब सीएम की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस जो राजधानी दिल्ली में हुई है। दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सीएम भगवंत मान ने कई अहम सवालों के जवाब दिए हैं। इससे इतर मुख्यमंत्री ने पंजाब के हक की बात दोहराते हुए कई अहम मुद्दों की ओर देश की जनता का ध्यान आकर्षित किया है। सीएम भगवंत मान ने पंजाब विश्वविद्यालय में सिंडिकेट और सिनेट भंग होने और राजधानी में प्रदूषण से जुड़े मुद्दे पर केन्द्र को निशाने पर लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि केन्द्र द्वारा पंजाब को कई हकों से वंचित रखा जाना निंदनीय है और इस पर ध्यान देना होगा।
दिल्ली में CM Bhagwant Mann की अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस!
राजधानी दिल्ली में एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सीएम भगवंत मान ने कई अहम मुद्दों का जिक्र किया है।
सीएम मान ने कहा है कि “जितनी बार भी पंजाब यूनिवर्सिटी की सीनेट और सिंडिकेट को भंग करने के लिए बैठकें हुई हैं, हमने हमेशा यूनिवर्सिटी के हित में आवाज़ बुलंद की है। पंजाब यूनिवर्सिटी की सीनेट और सिंडिकेट में हस्तक्षेप करने की जो साज़िशें रची जा रही हैं, उन्हें हम कभी सफल नहीं होने देंगे।”
मुख्यमंत्री ने आगे पंजाब के हक की आवाज बुलंद करते हुए कहा कि “पिछली सरकारों की गलतियों के कारण केंद्र सरकार ने पंजाब को कई तरह के हक़ों से वंचित रखा हुआ है। हमें अपने हक़ लेने के लिए अदालतों में जाना पड़ता है। हम हमेशा पंजाब के हकों के लिए अपनी आवाज़ बुलंद करते रहेंगे।”
पंजाब सीएम ने आगे कहा कि “उत्तरी ज़ोनल काउंसिल की 32वीं बैठक में कुल 28 मुद्दे उठाए गए, जिनमें से 11 मुद्दे पंजाब और पंजाब के पानी से संबंधित थे। इन 11 मुद्दों में सभी पंजाब के खिलाफ थे।”
प्रदेश के हक की आवाज बुलंद कर खोला मोर्चा!
सूबे के हक की आवाज को मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुलंद करते हुए मोर्चा खोल दिया है। सीएम मान ने कहा कि “मीटिंग में किसी भी पड़ोसी राज्य ने पंजाब के हक की बात नहीं की। सभी पंजाब के पानी, बांधों और बिजली जैसे संसाधनों को लूटने के लिए पूरी तरह तैयार बैठे हैं। लेकिन हम डटकर पंजाब के हकों की रक्षा करेंगे।”
मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कह दिया है कि वे अपने राज्य के हक की आवाज बुलंद करते रहेंगे। उनकी सरकार सदैव किसानों, महिलाओं, युवाओं और व्यवसायियों समेत अन्य सभी वर्ग के कल्याण हेतु काम करती रहेगी, ताकि सूबे की तस्वीर बदलने में मदद मिल सके।






