Shaheed Udham Singh: अंग्रेजों को धूल चटाने वाले देश के वीर सपूत शहीद उधम सिंह की आज शहादत दिवस है। आज ही के दिन यानी 31 जुलाई, 1940 को बर्तानिया हुकूमत ने देश के इस जांबाज सपूत को फांसी की सजा दी थी। शहीद उधम सिंह ने जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला लेते हुए जनरल डायर को मौत के घाट उतार दिया था। इस महान क्रांतिकारी योद्धा के शहादत दिवस पर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री समेत देश के तमाम शीर्ष पदों पर आसीन लोग श्रद्धा-सुमन अर्पित कर रहे हैं। इसी क्रम में सीएम भगवंत मान ने भी Shaheed Udham Singh की शहादत को नमन करते हुए उन्हें नमन किया है। सीएम मान ने भावी पीढ़ियों व लोगों से उधम सिंह के बारे में जानने और उनसे सीखने की अपील की है, ताकि लोगों के भीतर एक सच्चे देशभक्त का भाव जागृत हो सके।
देश के वीर सपूत Shaheed Udham Singh की शहादत को नमन
सच्ची देशभक्ति का भाव लिए देश के नाम मर-मिटने वाले शहीद उधम सिंह की आज शहादत दिवस है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खास संदेश जारी किया है। सीएम मान के एक्स हैंडल से लिखा गया है कि “महान क्रांतिकारी योद्धा शहीद उधम सिंह जी की शहादत को कोटि-कोटि नमन। जलियाँवाला बाग में हुए रक्तरंजित नरसंहार का बदला लेकर उन्होंने एक सच्चे देशभक्त की तरह देश के प्रति अपना दायित्व निभाया। Shaheed Udham Singh जी की वीरता हमारी भावी पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करती रहेगी।” सीएम मान इतर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व अन्य तमाम गणमान्य लोगों ने भी उधम सिंह की शहादत को नमन किया है।
जनरल डायर को मौत के घाट उतार कर लिया था जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला
गौरतलब है कि 13 अप्रैल, 1919 को अमृतसर के जलियांवाला में हुए नरसंहार का बदला शहीद उधम सिंह ने लिया था। 13 मार्च 1940 को लंदन के कैक्सटन हॉल में घुसकर उधम सिंह ने जनरल डायर की हत्या कर दी थी। इसके बाद अंग्रेजी हुकूमत ने उधम सिंह को पकड़ा और अंतत: 31 जुलाई, 1940 को उन्हें फांसी की सजा दी गई। आजादी की लड़ाई लड़ रहे Shaheed Udham Singh ने हंसते-हंसते सजा को स्वीकार लिया और देशप्रेम में फांसी के फंदे पर झूल गए। उनकी इस त्याग और समर्पण भरे भाव को याद करते हुए हर वर्ष शहादत दिवस मनाते हुए उधम सिंह को श्रद्धा-सुमन अर्पित किया जाता है।