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Punjab News: पंजाब के इन 4 महान खिलाड़ियों की जीवनी पढ़ेंगे बच्चे, जानें क्या है Mann सरकार का बड़ा प्लान ?

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Punjab News: पंजाब के सरकारी स्कूलों में राज्य से संबंधित अब चार महान खिलाड़ियों के बारे में पढ़ाया जाएगा। पंजाब के शिक्षामंत्री हरजोत सिंह बैंस ने जानकारी देते हुए बताया कि मान सरकार के इस कदम का मकसद आज के समयानुसार पंजाब की नई पीढ़ी को शिक्षा के साथ-साथ खेलों में भी अपनी ताकत के लिए प्रेरित करना है। राज्य को खेलों में अग्रणी बनाने के अपने वादे के तहत स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इन महान खिलाड़ियों की जीवनी को स्कूल की सिलेबस में शामिल किया गया है।

जानें क्या है योजना

शिक्षामंत्री हरजोत सिंह ने बताया कि पंजाब के चार महान खिलाड़ियों मिल्खा सिंह, बलबीर सिंह सीनियर, कौर सिंह तथा गुरुबचन सिंह रंधावा की जीवनियों को स्कूल के शारीरिक शिक्षा पाठ्यपुस्तकों में शामिल कर पढ़ाई जाएगी। इसमें 3 बार के हॉकी ओलंपिक चैंपियन बलबीर सिंह सीनियर, फ्लाइंग सिख के नाम से चर्चित मिल्खा सिंह तथा एशियाई चैंपियन मुक्केबाज कौर सिंह को 9वीं कक्षा की पाठ्यक्रम में तथा पहले अर्जुन अवार्डी तथा ओलंपियन एथलीट गुरुबचन सिंह रंधावा को 10वीं कक्षा की शारीरिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाएगा।

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कैसा रहा इन खिलाड़ियों का सफर

बलबीर सिंह सीनियरः बलबीर सिंह सीनियर ने 3 बार ओलंपिक में हॉकी गोल्ड मेडल जीतने में टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने अपने 61 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में 246 गोल दागे थे।

मिल्खा सिंहः फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह ने आजादी के बाद भारत के लिए 400 मीटर में एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में पहला गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले खिलाड़ी थे। उन्हें फ्लाइंग सिख की उपाधि पाकिस्तानी जनरल ने दी थी।

कौर सिंहः मुक्केबाज कौर सिंह ने देश के लिए लगातार कई मेडल जीतने पर 1982 में अर्जुन पुरस्कार तथा 1983 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

गुरुबचन सिंह रंधावाः ओलंपिक खिलाड़ी गुरुबचन सिंह रंधावा ने 1960 तथा 1964 ओलंपिक खेलों के डेकाथलॉन में भाग लिया है। जिसके बाद 1961 में अर्जुन पुरस्कार पाने वाले पहले एथलीट बने। 2005 में भारत सरकार ने उन्हें एक बार फिर पद्मश्री से सम्मानित किया था।

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