Pappu Yadav: आक्रामक रुख के साथ पूर्णिया सांसद ने कथावाचक धीरेन्द्र शास्त्री को निशाने पर लिया है। धीरेन्द्र शास्त्री के अलावा पप्पू यादव ने RSS के मुखपत्र पान्च्यजन्य पर कानूनी कार्रवाई की धमकी है। सांसद पप्पू यादव का आरोप है कि RSS के इस मुखपत्र ने उनके बयान का एक अंश काटकर फर्जी वीडियो पोस्ट किया है। वहीं पूर्णिया सांसद Pappu Yadav ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले दिए एक पॉडकास्ट में धीरेन्द्र शास्त्री को इशारों-इशारों में लफुआ कहते हुए उन्हें निशाने पर लिया है। तो आइए हम आपको विस्तार से इस पूरे विषय के बारे में बताते हैं।
Dhirendra Shastri को लेकर सांसद Pappu Yadav की खरी-खरी!
भूत, भविष्य और वर्तमान का जिक्र करते हुए पूर्णिया सांसद ने कहा है कि “हम वर्तमान में जीने वाले लोग हैं। जो गया वो हो गया और जो होने वाला है उसे बदला नहीं जा सकता। इसलिए वर्तमान में जो है उसी के आधार पर आगे बढ़िए।” पप्पू यादव ने आगे कहा कि “अब यदि कोई अपनी बेटी की शादी के लिए, किसी मरीज के लिए या किसी विषम परिस्थिति के लिए मदद मांगने आता है तो हम क्या कहेंगे। हम कहेंगे कि आप निश्चिंत रहिए जाइए भगवान आपकी मदद करेंगे। ये धीरेन्द्र (धीरेन्द्र शास्त्री) टाइप के लफुआ के चलते, हलो-हलो हनुमान जी। ये सब लफुआ है जो हनुमान जी से बात कर रहा है। ये लोग तो कुकुरमुत्ते की तरह हैं।”
इसी दौरान इंटरव्यू ले रहे शख्स पूछते हैं कि “आप धीरेन्द्र शास्त्री की बात कर रहे हैं? इसका जवाब देते हुए Pappu Yadav कहते हैं कि “एक लफुआ पैदा हुआ है इस 11 साल में? एक चोर-चिल्लर पैदा हुआ है? संत कौन थे? कबीर, बुद्ध, नानक, गुरु गोविंद, संत रविदास, हजरत, मोहम्मद ये थे संत।” पप्पू यादव की इसी टिप्पणी पर बवाल मचा हुआ है और चर्चाओं का बाजार गर्म है।
पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने RSS के मुखपत्र को भी लपेटा
पान्च्जन्य के एक्स हैंडल से जारी एक वीडियो पोस्ट को कोट करते हुए सांसद Pappu Yadav ने लिखा है कि “मैं RSS के इस मुख्यपत्र पर मुकदमा करने जा रहा हूं। यह मेरा संदर्भ से काट फर्जी वीडियो बनाकर पोस्ट किया। इसे न्याय और सत्य का पाठ कोर्ट में पढ़ाऊंगा। 11 साल में फेक न्यूज का बाढ लाने वाली सरकार और उसके बाप संगठन को बताता हूं कि झूठ फरेब के कालनेमि का नाश कैसे होता है?” Pappu Yadav ने ये बातें उस संदर्भ में लिखी हैं जिसमें पान्चजन्य की ओर से एक 34 सेंकेंड का वीडियो जारी कर सांसद द्वारा हिंदू संतों पर विवादित टिप्पणी के आरोप लगाए गए हैं।