Ramban Cloudburst: मानसून की बारिश ने नदियों का जलस्तर बढ़ा दिया है। इससे अधिकतर पहाड़ी राज्यों की नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इतना ही नहीं, बीते कई दिनों से जम्मू-कश्मीर में बादल फटने की घटनाएं सामने आ रही हैं। ऐसे में एक बार फिर रामबन में बादल फटने से कई लोगों की जान चली गई है। साथ ही भूस्खलन ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है। ‘India Today’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, रियासी जिले में शुक्रवार को आए भूस्खलन की वजह से एक मकान ढह गया। इस कारण से एक ही परिवार के 7 लोगों की जान चली गई। शनिवार को सभी मृत लोगों के शवों के बाहर निकाला गया।
Ramban Cloudburst के बाद राहत और बचाव कार्य जारी
इसके अलावा रामबन के राजगढ़ के ऊपरी इलाके में अचानक से बादल फटने की घटना हुई। इस वजह से अचानक बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई और इस दौरान 4 लोगों की जान चली गई। साथ ही 4 लोग लापता हो गए। रिपोर्ट के मुताबिक, पानी के तेज बहाव ने कई घरों को बर्बाद कर दिया। ऐसे में राहत और बचाव का काम जारी है।
वहीं, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जम्मू कश्मीर के रामबन में हुई घटना की पुष्टि की और कहा कि प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। डॉ. जितेंद्र सिंह ने एक्स पोस्ट में कहा, ‘अभी-अभी डीसी रामबन मोहम्मद अलयास खान से बात की। राजगढ़ क्षेत्र में बादल फटने से चार लोगों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत हो गई। पांचवां व्यक्ति लापता है और उसकी तलाश जारी है। इस बीच, कोई घायल नहीं हुआ है। बचाव अभियान जारी है। हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। मैं लगातार संपर्क में हूं।’
जम्मू क्षेत्र के कई गांवों की बंद हुई कनेक्टिविटी
बता दें कि Ramban Cloudburst से पहले ही जम्मू क्षेत्र की 9 अलग-अलग सड़के बंद हो चुकी हैं। बीते कई दिनों से बारिश का दौर जारी है। इस वजह से जम्मू, सांबा, कठुआ और उधमपुर के कई गांवों की सड़कों की कनेक्टिविटी बंद हो गई है। मालूम हो कि कुछ दिनों पहले माता वैष्णो देवी में बड़ा भूस्खलन हुआ था। इसमें लगभग 31 लोगों की जान चली गई थी। साथ ही कई लोग लापता हो गए थे। इसके बाद से फिलहाल यात्रा निलंबित है।