Republic Day 2025: गणतंत्र दिवस 2025 के आगमन के साथ ही प्रसिद्ध सितार वादक हिदायत हुसैन खान ने भारतीय राष्ट्रीय गीत ‘जय हिंद’ का एक नई और भावपूर्ण धुन जारी की है। इस संगीत रचना में तबला वादक अविरोध शर्मा का भी योगदान है। यह धुन भारत की विविधता, एकता और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को सलाम करती है और 21 जनवरी 2025 को रिलीज़ हुई है।
भारतीय संस्कृति की विविधता और एकता का प्रतीक
जय हिंद की रचना भारतीय इतिहास और सांस्कृतिक विकास के मूल्यों को दर्शाने के लिए एक ध्यानमग्न आलाप से शुरू होती है। हिदायत हुसैन खान ने बताया कि इस रचना के निर्माण में न्यूयॉर्क में हुए एक इवेंट में राष्ट्रीय गीत को प्रस्तुत करने का अनुभव प्रेरणा बना। धुन के तालों में भारत की खुशहाल विविधता की झलक मिलती है।
Republic Day 2025 से पहले ‘जय हिंद’ रचना का सहज विकास
हिदायत हुसैन खान ने बताया कि ‘जय हिंद’ की रचना पूरी तरह से सहज रूप से स्टूडियो में हुई थी। आलाप और झाला की ध्वनियां तबला वादक अविरोध शर्मा के साथ बिना किसी पूर्व योजना के पैदा हुई थीं। उनके अनुसार, गीत में वोकल डिलीवरी भी पूरी तरह से दिल से और स्वाभाविक थी, जिससे यह रचना और भी गहरी हो गई।
भारत की एकता और सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव
हिदायत हुसैन खान के अनुसार, जय हिंद भारत की सांस्कृतिक गहराई, उसकी सहनशीलता और एकता का उत्सव है। यह रचना हमारे साझा मूल्यों को उजागर करती है, जिनमें परस्पर सम्मान और विविधताओं को स्वीकारने की भावना निहित है। इसका समापन एक सोलो ध्वनि के साथ होता है, जो भारत की अडिग एकता का प्रतीक है। हिदायत हुसैन खान की जय हिंद रचना गणतंत्र दिवस 2025 के मौके पर भारतीयता के जश्न को और भी खास बनाती है, और यह एक यादगार संगीत अनुभव प्रदान करती है।