Maharashtra Politics: हलाल मीट पर छिड़ी चर्चा ने महाराष्ट्र पॉलिटिक्स में एक नए बहस को जन्म दे दिया है। दरअसल, डिप्टी सीएम अजित पवार ने मंत्री Nitesh Rane को आईना दिखाते हुए अनावश्यक बयानबाजी न करने की नसीहत दी है। इसके बाद से कयासों का बाजार गर्म है। शिवसेना यूबीटी के प्रवक्ता आनंद दुबे का देवेन्द्र फडणवीस सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उनका कहना है कि महायुति सरकार में दरार आ गई है। अजित पवार और एकनाथ शिंदे अलग-अलग दिशाओं में काम कर रहे हैं। Maharashtra Politics में अजित पवार के इस बयान को अलग नजरिए से भी देखा जा रहा है। मुस्लिम वोट बैंट भी एनसीपी (AP) का प्रमुख आधार है। यही वजह है कि Ajit Pawar बगैर किसी लाग-लपेट के मुसलमानों को साधने वाले नितेश राणे की आलोचना कर रहे हैं।
‘हलाल मीट’ पर Maharashtra Politics में हो-हल्ला!
शिवसेना यूबीटी के प्रवक्ता आनंद दुबे ने अजित पवार के बयान का जिक्र करते हुए महायुति सरकार पर निशाना साधा है। उनका कहना है कि “अजित पवार के बयान के बाद महाराष्ट्रवासियों को यह एहसास हो रहा है कि महायुति सरकार में दरार आ गई है। Ajit Pawar और एकनाथ शिंदे अलग-अलग दिशाओं में काम कर रहे हैं। जिस तरह से भाजपा ने दोनों को दबाया है, उसके कारण 23 नवंबर के नतीजों के बाद Eknath Shinde और अजित पवार दोनों गुलाम बन गए हैं। अब उन्हें मौका मिल रहा है क्योंकि उनके (बीजेपी) नेता हिंसा की बात कर रहे हैं, नफरत की बात कर रहे हैं। अजित पवार और एकनाथ शिंदे को बोलने का मौका मिल गया है।”
Maharashtra Politics में उबाल लाते हुए एकनाथ शिंदे गुट के नेता संजय निरुपम ने भी अपना पक्ष रखा है। उनका कहना है कि “किसी भी समाज को अगर विकास करना है, प्रगति करनी है तो सांप्रदायिक सौहार्द बहुत ज़रूरी है। अगर समाज में शांति नहीं होगी तो निश्चित रूप से संकट पैदा होंगे और ऐसी स्थिति में सामाजिक सौहार्द पर ज़ोर देना ग़लत नहीं है। सरकार में बैठे लोगों की ज़िम्मेदारी है कि वो दोनों समुदायों के बीच सौहार्द बनाए रखने की कोशिशें जारी रखें, ताकि महाराष्ट्र के विकास को रफ्तार मिल सके।”
मंत्री Nitesh Rane को डिप्टी सीएम Ajit Pawar का करारा जवाब
डिप्टी सीएम अजित पवार ने बीते दिन नितेश राणे को आंड़े हाथ लेते हुए कायदे से आईना दिखाया था। Nitesh Rane को जवाब देते हुए अजित पवार ने कहा था कि “राणे ने ऐसा बयान क्यों दिया और उनके बयान के पीछे क्या इरादा था, यह पता नहीं, लेकिन कोई भी मुसलमान जिसे अपने देश पर गर्व है, वह देशभक्त है।” Ajit Pawar यहीं नहीं रुके। उन्होंने Maharashtra Politics को धार देते हुए आगे कहा कि “अगर हम इतिहास पढ़ेंगे तो हमें पता चलेगा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ मुसलमान भी थे। ऐसे कई उदाहरण मिल जाएंगे, जहां मुसलमानों के होने का प्रमाण मिल जाएगा।”
बता दें कि नितेश राणे ने मुसलमानों को साधते हुए ‘हलाल मीट’ पर नया सियासी बखेड़ा शुरू कर दिया है। उन्होंने हलाल मीट के विकल्प में मल्हार सर्टिफिकेशन का समर्थन करते हुए कहा कि हिंदू धर्म में हलाल खाना मना है। यह इस्लाम का हिस्सा है। मंत्री राणे ने हिंदू समुदाय के लोगों से अपील की है कि वे मल्हार सर्टिफिकेशन वालों से ही मीट खरीदें। Nitesh Rane के इस बयान के बाद महाराष्ट्र पॉलिटिक्स में नए सिरे से संग्राम जारी है।