Astronaut Shubhanshu Shukla: इरादे अगर मजबूत हों तो हर बाधा पार कर शख्स सफलता की नई गाथा लिखता है। लखनऊ के रहने वाले एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला की सफलता भी इसी की एक बानगी मात्र है। दरअसल, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए आज 25 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लिए उड़ान भरेंगे। Axiom Mission-4 (एक्सिओम मिशन-4) के तहत उड़ान भरने वाले शुभांशु शुक्ला के अभिवावकों ने अंतरिक्ष यात्रा से पहले बड़ा खुलासा किया है। Astronaut Shubhanshu Shukla की मां आशा शुक्ला का कहना है कि उनकी बहू ने इस पूरे मिशन के दौरान अपना पूरा समर्थन दिया है जिसके परिणामस्वरूप आज उनका बेटा अंतरिक्ष यात्रा के लिए रवााना होगा। एक्सिओम मिशन-4 के लिए पूरा परिवार खुलकर अपने चिराग शुभांशु शुक्ला को आशीर्वाद दे रहा है।
Axiom Mission-4 से पहले Astronaut Shubhanshu Shukla के अभिवावकों का बड़ा खुलासा!
राजधानी लखनऊ के रहने वाले एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला की मां ने उनके अंतरिक्ष यात्रा से पहले बड़ा खुलासा किया है। ग्रुप कैप्टन शुभांशु की मां आशा शुक्ला कहती हैं कि “यह हमारे और सभी के लिए गर्व का क्षण है। जगह-जगह पोस्टर लगाए जा रहे हैं। सभी को खुशी है कि इस देश का, इस त्रिवेणी नगर का एक लड़का इतनी ऊँचाई पर पहुँचने जा रहा है। हम अपनी सारी शुभकामनाएँ और आशीर्वाद उसे भेज रहे हैं।” आशा शुक्ला ने Astronaut Shubhanshu Shukla की इस सफलता में उनकी पत्नी की भूमिका का जिक्र किया है। उनका कहना है कि “बेटे को बहू का पूरा समर्थन है। उसके बिना यह संभव नहीं हो सकता था। उसने इस मिशन में सबसे बड़ी भूमिका निभाई है।” बता दें कि शुभांशु शुक्ला आज 25 जून को Axiom Mission-4 के तहत अंतरिक्ष की उड़ान भरेंगे।
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए फ्लोरिडा से उड़ान भरेंगे एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला!
मालूम हो कि लखनऊ के रहने वाले Astronaut Shubhanshu Shukla अभी फ्लोरिडा मे हैं। शुभांशु शुक्ला आज 25 जून को फ्लोरिडा में NASA के कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A से Axiom-4 मिशन के तहत अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरेंगे। यह क्षण ना सिर्फ भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के लिए, बल्कि पूरे देशवासियों के लिए बेहद अहम है। शुंभाशु अपने साथ अंतरिक्ष जाने वाले अमेरिका के कमांडर पैगी व्हिटसन, मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज उज्नान्स्की-विस्निएव्स्की और हंगरी के मिशन विशेषज्ञ टिबोर कापू का नेतृत्व करेंगे। Axiom Mission-4 की अवधि 14 दिन की होगी जिसके बाद एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला व अन्य अंतरिक्ष यात्री धरती पर लौटेंगे।