Bharatmala Express: देश मे कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए कई सारे एक्सप्रेसवे पर काम चल रहा है। जिसका लाभ आम जनता को हो रहा है। इस बीच उत्तर प्रदेश, झारखंड और बिहार के लोगों के लिए अच्छी खुशखबरी है। इन तीनों राज्यों को जोड़ने वाले भारतमाला एक्सप्रेस वे को लेकर ताजा अपडेट आया है। आने वाली 3 सालों में ये एक्सप्रेसवे पूर्ण रुप से जनता के लिए खोला जा सकता है। इस 686 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे को बनाने का प्रमुख उद्देश्य बनारस से कोलकाता को जोड़ना है। इसके बनने से दोनों शहरों के बीच जो समय 14 घंटे के आस-पास लगता है अब वो घटकर सिर्फ 6 घंटे के आस-पास रह जाएगा। अभी बनारस से कोलकाता के बीच की दूरी 710 किलोमीट है।
Bharatmala Express से कैसे मिटेगी बनारस और बंगाल की दूरी?
भारत माला एक्सप्रेसवे का बजट 24275 करोड़ रुपए के आस-पास बताया जा रहा है। ये उत्तर प्रदेश के बनारस और बिहार से सटे चंदौली से सीधे बंगाल के कोलकाता को जोड़ेगा। इसके बनने से रोजगार और व्यापार के साथ विकास को बड़ी उड़ान मिलेगी। भारत माला एक्सप्रेस वे का काम साल 2024 से चल रहा है। 2029 या फिर 2030 तक ये पूरा हो सरकता है। ये एक्सप्रेस वे 8 लेन का है। जो बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश को बंगाल को जोड़ता है। भारत माला एक्स्परेस वे का रुट सासाराम, औरंगाबाद, बोकारो, रांची, चंदौली और कोलकाता है। इसके बनने का सबसे ज्यादा लाभ कोलकाता और बनारस के लोगों को होगा। इन दो शहरों के बीच की दूरी 710 किलोमीट है। इन दोनों शहर के बीच यात्रा करने में 14 घंटे के आस-पास का समय लगता है। लेकिन अब ये घटकर 6 घंटे यानी की 360 मिनट के आस-पास रह जाएगा।
भारत माला एक्सप्रेसवे से बढ़ेगा रोजगार और बिजनेस
भारत माला एक्सप्रेस वे रोजगार और व्यापार की दृष्टि से बेहद खास माना जा रहा है। ये एक्सप्रेस वे कोलकाता और हल्दिया के बंदरगाहों से कनेक्ट होता है। जिसकी वजह से उद्योग-धंधों को बड़ा फायदा मिलेगा। ये एक्सप्रेवे हवाई अड्डे और सड़कों को भी कनेक्ट करता है।इसके बानने से पर्यटन और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। भारतमाला एक्सप्रेसवे को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, आगरा -लखनऊ एकस्प्रसेवे,यमुना एक्सप्रेसवे, दिल्ली -कटरा एक्सप्रेसवे और चंबल एक्सप्रसेवे को कनेक्ट किया जाएगा। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि, यूपी से लेकर जम्मू-कश्मीर तक पहुंचना कितना आसान हो जाएगा।
