CM Yogi Adityanath: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आज भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय, लखनऊ के शताब्दी वर्ष समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे थे। जहां उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी बात रखी और वहां पर मौजूद लोगों को संबोधित भी किया। इसके अलावा उन्होंने , शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में प्रकाशित कॉफी टेबल बुक और डाक विभाग द्वारा तैयार विशेष आवरण का मुख्यमंत्री जी द्वारा विमोचन किया गया। मुख्यमंत्री जी ने शताब्दी समारोह के शुभारंभ पर विश्वविद्यालय परिवार को हार्दिक बधाई देते हुए इस गौरवशाली विरासत के प्रति सम्मान व्यक्त किया। इसके अलावा उन्होंने वहां पर मौजूद छात्रों, शिक्षकों और अन्य लोगों को संबोधित किया।
भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय शताब्दी समारोह पर क्या बोले CM Yogi Adityanath
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि “शताब्दी महोत्सव का शुभारंभ, यह केवल एक शताब्दी महोत्सव की औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह भारत की उस सांस्कृतिक चेतना, साधना और राष्ट्रबोध का क्षण है, जिसने पीढ़ी दर पीढ़ी भारत की सांस्कृतिक चेतना को, उसके स्वर को, उसकी लय को एवं उसके संस्कार को एक नई पहचान दी है और जो आज भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय के रूप में अपनी एक नई पहचान बना रहा है।
राष्ट्र की आत्मा संस्कृति में होती है, जैसे कोई मनुष्य है, आत्मा जब उससे अपना संबंध तोड़ देती है तो शरीर निस्तेज हो जाता है, मृत हो जाता है, ऐसे ही राष्ट्र के जीवन में भी होता है। अगर उसकी संस्कृति को उससे अलग कर दिया जाए तो राष्ट्र निस्तेज हो जाता है, खंडहर हो जाता है, अपनी पहचान को खो देता है”।
महाकुंभ के भव्य आयोजन पर क्या बोले CM Yogi Adityanath?
छात्रों और लोगों को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि “महाकुम्भ 2025 के आयोजन से जो भी जुड़ा होगा, उसने देखा होगा कि इस आयोजन में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आए थे और इनमें सर्वाधिक संख्या युवाओं की थी, केवल भारत के हर कोने से ही नहीं, बल्कि दुनिया का हर युवा इस आयोजन से जुड़ने के लिए उत्सुक था।
हमारी सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि कलाकारों को सुरक्षित, सम्मानित और सशक्त वातावरण प्राप्त हो। उस प्रकार का मंच प्रदान करने के लिए हम पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं और सरकार इसके लिए हर प्रकार का कार्य करेगी”।






